*राजसी परम्परा के साथ जल-झूलने निकलें ठाकुरजी*
*सजीव झांकियो ने मोहा मन*
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा-जलझूलनी एकादशी महोत्सव के तहत चारभुजानाथ भक्त मंडल व नगर परिषद के तत्वाधान में शनिवार को जलझूलनी एकादशी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर भगवान के बेवाणों की सामूहिक शोभायात्रा शाही लवाजमे के साथ महलों के चौक से मुख्य बाजार से निकाली गई। विदित हो कि विगत कई वर्षों से इस विराट आयोजन शहर में भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है। हर वर्ष नए नए प्रारूपों, नई नई जीवंत झांकियों के साथ नगर के सभी मंदिरों के बेवाणों की सामूहिक शोभायात्रा शाहीलवाजमे के साथ निकाली गई। इस शोभायात्रा में शामिल होने तथा देखने जिले वे अन्य जिलों से सैंकड़ो श्रद्धालु आए।
आज श्रीराम दरबार बैंड, मन्दसौरी ढोल, नगाड़ों शहनाइयो के साथ ठाकुरजी की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा के दौरान उदयपुर के कला मंडल की ओर से श्रीरामदरबार, राधा-कृष्ण के संग बरसाने की गोपियां का रास, बाहुबली हनुमान, अघोरी नृत्य, श्रीनाथजी, रामदेवजी की झांकियों व कच्ची घोड़ी नृत्य की प्रस्तुतियों के साथ विक्की महाराज की टीम द्वारा डमरू नृत्य व आरती की प्रस्तुति दी गई। शोभायात्रा पर पुष्प वर्षा करते हुए इलेक्ट्रिक फव्वारों से इत्र छिड़का गया।
सभी बेवाण पिवनियां तालाब पर पहुंचने पर सरोवर की तट पर पुजारियों द्वारा भगवान के बेवाणों को जल विहार करवाया गया। भगवान के बेवाणों की सामूहिक महाआरती उतारी गई व प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान सरोवर के बीच बने प्राकृतिक टापू बगरू से समिति व नगर परिषद के सहयोग से भव्य आतिशबाजी की गई। महाआरती पश्चात भगवान के बेवाण पुनः अपने मन्दिरों की ओर प्रस्थान किया। उक्त कार्यक्रम को लेकर श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया वही नगर परिषद प्रशासन द्वारा शोभायात्रा मार्ग में तोरण द्वार लगाकर रंग बिरंगी सजावट की गई।