*सीताफल (Custard Apple)*
आप जब भी इन फलों को खाएं, इसके छिलकों को डस्टबीन का रास्ता ना दिखाएं। छिलकों को साफ धो लें, धूप में रखकर सुखा लें, और जब ये पूरी तरह से सूख जाएं तो इन्हें मिक्सर में ग्राइंड करें, पाउडर तैयार हो जाएगा। अब इस पाउडर का करना क्या है? 🤔
सीताफल के छिलकों के 1 पाव (250 ग्राम) पाउडर को 5 किलो गेहूं के आटे में मिला दीजिये। ये जो छिलकों का पाउडर है ना, ये जबरदस्त गुणों की खान है जिसमें तमाम तरह के माइक्रो और मैक्रो न्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं जो आपके सेहतमंद बने रहने के लिए बेहद आवश्यक हैं। फाइबर भी ताबड़तोड़ मात्रा में पाया जाता है इन छिलकों में। गेहूं और सीताफल के छिलकों के इस मिक्स आटे की जो चपाती बनेगी, वो बड़ी बेहतरीन लगती है.
इसके छिलकों के पाउडर की एक चम्मच मात्रा की रोज एकाध बार फांकी तो मारी ही जा सकती है। मल्टीविटामिन कैप्सूल खा खाकर कब तक काम चलाओगे, कभी ऐसा भी कुछ करके देखें 🙂
और एक बात, बड़ी ख़ास, इसके पाउडर से दांतों पर मंजन करके देखिएगा, पायरिया और मुंह से बदबू की जिन्हें शिकायत है, आजमाकर देख लें। सॉलिड तरीके से काम करता है । नीम, बबूल, अपामार्ग की दातून खोजिये, दांतों पर कूचा चलाना शुरू कर दीजिये। सीताफल का सीजन आ चुका है, कम से कम इसका पाउडर तो बनाकर रख ही लीजिये, कीजिये ज़िंदाबाद इस पावडर को और बनाइये अपने दांतों और मसूड़ों को ‘हथौड़ा ब्रांड’
शरीर पर चोट लग जाए, खून बह रहा है या मवाद बन आए घाव को जल्दी सुखाना हो, तो सीताफल के छिलकों का पाउडर एकदम अचूक दवा है। घाव पर लगा दीजिये इस पाउडर को, इसमें पाया जाने वाला कंपाउंड टैनिन घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। यही पाउडर आधा चम्मच दिन में 2 से 3 बार दे दीजिये, दस्त, डायरिया रोकने के लिए भी जबरदस्त कारगर है