*‼️केकड़ी के पूर्व सभापति मित्तल ने फिर उठाया सम्मान से सर‼️*👍
_*भ्रष्टाचार के सभी आरोप हुए झूठे सिद्ध!*_💁♂️
*✒️सुरेन्द्र चतुर्वेदी*
*केकड़ी में फिर एक बार पूर्व चिकित्सा मंत्री के सियासती प्रतिद्वंद्वी अनिल मित्तल ने अपने साथ हुए अन्याय का बदला ले लिया है। अदालत ने उनको उन आरोपों से मुक्त कर दिया है जो मन्त्री जी के कुछ गुर्गों ने सुनियोजित तरीके से लगाए थे। अनिल मित्तल अपनी ईमानदारी के लिए केकड़ी में लोकप्रिय हैं।*🙋♂️
*मित्तल नगर पालिका के सभापति रहे हैं। वे राजऋषि के धुर विरोधी माने जाते हैं। जब वह सभापति थे तब राजऋषि के गुर्गों ने उनको पद से हटाने के लिए लंबी मुहीम चला रखी थी। इसी मुहिम के तहत उनको एक बार तो पद से हटाने में क़ामयाबी भी मिल गयी थी मगर तेज़ तर्रार अनिल मित्तल अदालत से अपने हक़ में फ़ैसला करवा कर पुनः सभापति बन गए। राजऋषि के गुर्गों ने फिर मित्तल पर भ्रष्टाचार के कपोलकल्पित आरोप लगा कर हटाने का प्रयास किया। उन पर लगे आरोपों की जाँच के लिए सियासती दबदबे से एक जांच कमेटी गठित कर दी गयी। इस कमेटी के गठन के पीछे शायद ऋषि मुनियों की यह मंशा थी कि वे अपने प्रभाव से विरोधी मित्तल को कहीं का नहीं छोड़ेंगे। मगर हुआ ठीक इसके उल्टा। मित्तल ने जम कर अपने पर लगाए आरोपों के विरुद्ध पैरवी की।*😣
*मज़ेदार बात यह रही कि उन पर लगा कोई भी आरोप अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया। सभी आरोप झूठे मानते हुए कमेटी ने अब उनको बाइज़्ज़त बरी कर दिया है।*👍
*यहाँ आपको बता दूँ कि अनिल मित्तल केकड़ी के प्रतिष्ठित उधोगपति हैं और भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते हैं। समाज मे उनका अपना महत्वपूर्ण स्थान है। यही वज़ह है कि वह पिछले चुनावों में भाजपा के लिए मज़बूत दावेदार थे। पार्टी ने उनको टिकिट नहीं दिया। उनके स्थान पर पंडित शत्रुघ्न गौतम को टिकिट दिया गया और वह चुनाव भी जीत गए।*💁♂️
*अनिल मित्तल सनातनी मानसिकता के नेता हैं। पिछले चुनावों में मैंने उनको अपने टीवी चैनल “बात आज की” में बुलाया । तब डॉ रघु शर्मा का केकड़ी में एक छत्र राज था। केकड़ी के किसी पेड़ का पत्ता भी हिलता था तो रघु शर्मा से हवा इजाज़त लेती थी। सौ सौ कोस पर जब कोई बच्चा हंसता था तो माँ कहती थी ज़ियादा मुंह मत फाड़ मंत्री आ जायेगा। बच्चा चुप हो जाता था।*🫢
*उस खौफ़नाक वक़्त में भी अनिल मित्तल ने हमारे चैनल पर रघु शर्मा को फफेड कर रख दिया था। उनके कार्यकाल में बने जंगल राज की खुल कर व्याख्या की थी। सच कहूँ तो यदि रघु शर्मा चुनाव जीत जाते और कांग्रेस सत्ता में आ जाती तो सरकार उनको केकड़ी में कारोबार करना भुला देती।*💯
*अनिल मित्तल से तब भी हमने कहा था कि अगर उनको लगता है कि भावावेश में वे कुछ अतिरिक्त बोल गए हैं तो हम उस हिस्से को एडिट कर सकते हैं किन्तु तब भी मित्तल जी ने अपने बयानों पर क़ायम रहने की बात की। ज़ाहिर है कि ऐसा कोई सच्चा नेता ही कह सकता है।*🙋♂️
*मित्तल ने भले ही देर से सही सत्य को पराजित होने से बचा लिया है। असत्य पर सत्य की जीत के लिए पूरा केकड़ी उनकी सराहना कर रहा है। मंत्री जी और उनके समर्थक क्या सोच रहे हैं वही जानें।🤷♂️*