
*एस डी पी आई ने वक्फ संशोधन बिल की प्रतियाँ फाड़ कर किया विरोध प्रदर्शन*
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा, एस डी पी आई द्वारा केंद्र सरकार की नीतियों और वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ एक विशाल विरोध प्रदर्शन का आयोजन बांडी मोहल्ला में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस विरोध प्रदर्शन के बाद एस डी पी आई पार्षद युसूफ मोहम्मद ने हमारे संवाददाता को बताया की एस डी पी आई ने आज वक्फ संसोधन बिल की प्रतियाँ फाड़ कर उन्हें जला कर अपना विरोध प्रदर्शन किया है और अतिशीघ्र स्थानीय वक्फ कमिटी के आह्वान पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा जिसमे सभी मुस्लिम समाज के संगठन और कमेटियां प्रतिनिधत्व करेंगी उन्होंने बताया की धर्म का उपयोग हमेशा समाज को जोड़ने के लिए किया गया है, लेकिन वर्तमान सरकार इसे तोड़ने का कार्य कर रही है। 12 साल पहले नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को सब्जबाग दिखाया था, लेकिन आज देश की स्थिति देखकर साफ है कि उन्होंने भारत को बर्बाद करने की कसम खा ली है। वक्फ संशोधन विधेयक, तीन तलाक जैसे मुद्दे केवल जनता का ध्यान भटकाने के लिए उठाए जाते हैं, जबकि असल उद्देश्य गरीबों, शोषितों, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के आरक्षण को समाप्त करना है।
विरोध प्रदर्शन में वक्फ बोर्ड अध्यक्ष हमीद खां कायमखानी ने प्रदर्शकारियों को संबोधित करते हुए कहा की आज देश में जिस तरह से संवैधानिक अधिकारों को कमजोर किया जा रहा है, सरकारी संपत्तियों और संसाधनों को चंद पूंजीपतियों को बेचा जा रहा है, बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई आसमान छू रही है और गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है, उसे देखकर साफ है कि मोदी सरकार का असली मकसद आम जनता को गुलामी की ओर धकेलना है । अगर आज हम नहीं जागे, तो वे दिन दूर नहीं जब मोदी सरकार मंदिर, मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थलों की जमीनें भी अपने मित्र अडानी को सौंप देगी। इसलिए, हमें संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा। हम सभी को संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर, महात्मा गांधी, कबीर, नानक, अब्दुल गफ्फार खान, बिरसा मुंडा के विचारों को आत्मसात करना होगा और एकता, भाईचारे व अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए इस तानाशाही और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ मजबूती से आवाज उठानी होगी। उन्होंने कहा की अब वक्त आ गया है कि हम अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आएं और लोकतंत्र विरोधी नीतियों का विरोध करें ।
मानवाधिकार कार्यकर्त्ता शब्बीर आज़ाद ने संबोधित करते हुए वक्फ कानून के सम्बन्ध में सरकार द्वार वक्फ कानून के बारे में फैलाई जाने वाली भ्रांतियों के बारे बताते हुए वक्फ़ क़ानून, वक्फ़ बोर्ड का स्वामित्व और उसके बारे में विस्त्रत जानकारी दी इस दौरान शाहबुद्दीन सिलावट, इनायतुल्ला मंसूरी, मोनू शाह, सिराजुद्दीन, नसीब गौरी, शोएब बिसायती, व एस डी पी आई शाहपुरा के कई कार्यकर्ताओं सहित वक्फ बोर्ड शाहपुरा के सचिव सद्दीक पठान, हाजी शमशुद्दीन भाटी, हाजी कमरुद्दीन रंगरेज, शरीफ मोहम्मद रंगरेज, हाजी इकबाल भाटी, हाजी कमरुद्दीन पठान, नवाज शरीफ, लतीफ़ मोहम्मद, जाकिर खान, इरफ़ान छिपा, इदरीश छिपा, जाकिर रंगरेज, अली मोहम्मद बिसायती, सलीम छिपा, सलीम पठान, मतीन रंगरेज, आदि सहित सेंकडों लोग उपस्थित थे ।