ठाकुरजी के साथ भक्तों ने मनाई रंगभरी होली।
शोभायात्रा के साथ फूलों व रंगों से फाग खेलने निकले ठाकुरजी।
चैत्र अमावस्या का महापर्व।
भक्ति रस में सराबोर हुए श्रद्धालु, फूलों व केसर से खेली
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा, 29मार्च। चैत्र अमावस्या के पावन अवसर पर ठाकुरजी और उनके भक्तों ने फूलों व रंगों से होली का उत्सव श्री चारभुजा भक्त मंडल के तत्वाधान में धूमधाम से मनाया। इस महापर्व पर विभिन्न मंदिरों से ठाकुरजी फाग खेलने के लिए निकले, जिसने भक्तों में उत्साह और भक्ति का संचार किया। चारभुजा, जगदीश, मुरलीधर, गोविंददेव और मथुराधीश जैसे प्रसिद्ध मंदिरों में आयोजित इस उत्सव में भगवान की प्रतिमाओं को विशेष रूप से सजाया व शृंगार किया गया और बेवानों में विराजित कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
चारभुजा पुजारी गोपाल पाराशर ने बताया कि इस अवसर पर मंदिरों से सजे-धजे बेवानों में ठाकुरजी की शृंगारित प्रतिमाओं को बिराजित किया गया। भक्तों ने ठाकुरजी संग फूलों और रंगों से होली खेली, जिससे वातावरण भक्तिमय हो उठा। शोभायात्रा बालाजी छतरी, सदरबाजार और नयाबाजार जैसे प्रमुख मार्गो से होती हुई चमना बावड़ी पहुंची। मार्ग में श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के दर्शन किए आरती उतारी और उत्सव में शामिल होकर आनंद लिया। श्रद्धालु ठाकुरजी को रंग खिलाने घरों, गलियों से निकल शोभायात्रा में शामिल हुए। गाजेबाजो ढोल नगाड़ों के साथ होली के धार्मिक गीतों नृत्य करते हुए चल रहे थे।
चमना बावड़ी पहुंचने पर सभी बेवानों ने कुछ देर विश्राम किया। बावड़ी चौक में भक्तों ने भक्ति व फाग के गीतों पर नृत्य करते हुए ठाकुरजी के प्रांगण में गुलाल उड़ाई। थोड़ी देर विश्राम तथा महाआरती पश्चात सभी बेवान अपने-अपने मंदिरों की ओर प्रस्थान कर गए। चारभुजा मंदिर में भोग लगाकर श्रद्धालुओं ने पंगत प्रसादी का आनंद लिया।
भक्ति रस में सराबोर हुए श्रद्धालु:- अमावस्या की पूर्व संध्या पर श्री चारभुजा भक्तमंडल की ओर से चारभुजा मंदिर में फाग उत्सव मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालु ठाकुरजी के संग फूलों, केसर से फाग खेलने में रमे। भजन कलाकार सुनील समदानी, कन्हैयालाल शर्मा, जसवंत गहलोत द्वारा गाए रंगमत डाले रे सांवरियां….., बन्नो म्हारो चारभुजा रो नाथ , बन्नी तो मारी तुलसा लाडली….।, मीठे रस से भ्रयोड़ी राधा रानी लागे…. जैसे भजनों की सरीता में बहते हुए भक्त गुलाब की पत्तियों व केसर से फाग खेलते हुए ठाकुरजी के सामने नृत्य करते दिखे। इस दौरान महिला श्रद्धालु, युवक, युवतियों के साथ बच्चे भी फूलों से होले खेलते दिखाई दे रहे है।