*🍁5️⃣4️⃣9️⃣ अच्छे स्वास्थ्य, मसल्स और यौन शक्तिवर्धक है कौंच के बीज अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी और गोखरू:*
*🔹अगर आप मर्दाना ताकत, पुरूष बांझपन, शीघ्रपतन इत्यादि से परेशान हैं तो…*
*कौंच के बीज अश्वगंधा, सफेद मूसली और कौंच के बीज का चूर्ण का प्रयोग करें।*
*🔸कब, कैसे और क्यों खानां चाहिए?*
*🔹कैसे लें:*
*अश्वगंधा, सफेद मूसली, और कौंच के बीज के साथ सतावर के पावडर को समान मात्रा में मिलाकर गुनगुनें दूध के साथ सुबह अथवा मुख्य रूप से रात्रि को सोते समय सेवन करनां चाहिए।*
*🔹क्यों लें:*
*वैसे तो यह जिम जानें वाले, योग करनें वाले, कसरत करनें वालों के लिए लिये एक जबरदस्त आयुर्वेदिक प्रोटीन सप्लीमेंट है।*
*इसके अलावा जिन्हें सामान्य कमजोरी हो, यौन क्षमता में कमी, यौन रोग संबंधी विकार हों, हड्डीयों के दर्द आदि कई विकारों में बहुत उपयोगी है।*
*🔹कितना लें:*
*जो लोग ज्यादा शारीरिक श्रम करतें हो वो लोग 2 चम्मच (Tea spoon), और अन्य लोग 1 चम्मच का सेवन कर सकते हैं।*
*▪️नोट 1:*
*अविवाहित व्यक्ति कौंच के बीज के चूर्ण का सेवन नां करें।*
*▪️नोट 2:*
*उपरोक्त औषधि केवल पुरुषों के लिए है। महिलाएं सतावर का प्रयोग कर सकती हैं।*
*▪️नोट 3:*
*जिन्हें ब्लड प्रेशर, मधुमेह की समस्या हो, कृपया वो किसी वैद्य के परामर्श के अनुसार ही सेवन करें।*
*▪️नोट 4:*
*अपनी क्षमतानुसार मात्रा का निर्धारण कर सकते हैं।*
*🔸शुद्ध कौंच बीज चूर्ण पर समीक्षा क्या है?*
*आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मनुष्य कई बीमारीयों से ग्रसित हो गया है।*
*▪️अनियमित जीवनशैली* *▪️अनियमित खानपान* *▪️और बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण*
*पुरुषों में शारीरिक दुर्बलता के साथ प्रजनन अंगों में भी दुर्बलता आम हो गई है। भगवान ने हमें बहुत सी ऐसी अमूल्य औषधि दी है जिसका उपयोग करके हम शारीरिक दुर्बलता के साथ ही प्रजनन अंगों में आई खामियों को दूर कर सकते है।*
*आज हम मनुष्य के लिए वरदान समान औषधि शुद्ध कौंच के बीज की समीक्षा करेंगे, अगर आप कौंच के बीज चूर्ण के बारे में कुछ नहीं जानते हैं तो आज का लेख आपके लिए बहुत उपयोगी होनें वाला है।*
*🔸कौंच बीज चूर्ण के फायदे निम्नलिखित है:*
*🔹1. पुरुषों में मर्दाना ताकत और कमजोरी को दूर करनें के लिए शुद्ध कौंच बीज चूर्ण बेहद उपयोगी है।*
*स्ट्रेस के कारण जिन लोगों में नपुसंकता है ऐसे लोगों की समस्या कौंच बीज चूर्ण जड़ से खत्म करता है।*
*किसी वजह से जिन पुरुषों का लिंग एकदम ढीला रहता है, उसमें कठोरता नहीं है एवम् लिंग संभोग के दौरान ठीक से खड़ा नहीं हो पाता है ऐसी पुरुषों की यौन समस्या में यह चूर्ण एक रामबाण इलाज है।*
*🔹2. जो लोग अपनां वजन बढ़ानां चाहते है एवमं मसल्स को स्ट्रॉग और बॉडी बिल्डिंग करनां चाहते है ऐसे लोग अगर पतजंलि कौंच बीज चूर्ण का उपयोग करते है तो वे शक्तिशाली बनेंगे।*
*🔹3. स्त्रियों के लिए भी कौंच बीज चूर्ण उपयोगी है। स्त्रियों को पीरियड के दौरान होनें वाली समस्या एवमं कमजोरी दूर करनें में कौंच बीज चूर्ण टॉनिक का काम करता है।*
*🔹4. पुरुषों के यौन रोग में यह चूर्ण बेहद उपयोगी है। स्वप्नदोष, सेक्स की इच्छा नां होनां। सेक्स के दौरान बिस्तर पर ज्यादा देर टिक ना पानां और अपनें पार्टनर को ठीक से शारिरिक सुख नां दे पानां जैसी समस्या में यह चूर्ण रामबाण इलाज है।*
*🔹5. पतजंलि शुद्ध कौंच बीज चूर्ण के रोजानां सेवन से वीर्य में मौजूद शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी होती है साथ साथ यह शुक्राणु की गतिशीलता और गुणवत्ता में इम्प्रूवमेंट लाता है जिसकी बजह से जो पुरुष पिता नहीं बन पा रहे हैं। उनकी पिता बननें की क्षमता बढ़ जाती है।*
*🔹6. यह चूर्ण शरीर को ताकत देनें वाला है अगर आपको कमरदर्द, जोड़ो का दर्द और किसी भी प्रकार का दर्द है तो यह चूर्ण आपको दर्द में राहत देगा।*
*🔹7. वात से होनें वाले कोई भी रोग के लिए शुद्ध कौंच बीज चूर्ण अमोघ औषधि है। इस चूर्ण में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट तत्व के कारण यह आप पर उम्र का असर कम करेगा और आप जवान दिखोगे।*
*🔹8. शुद्ध कौंच बीज चूर्ण नियमित लेनें से आपकी इम्युनिटी बढ़ेगी जिससे आपकी रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी और आप हवामान खराब होनें के कारण होनें वाली बीमारी, खासी, झुकाम आदि बीमारी से आपकी बॉडी की रक्षा कर सकेंगे।*
*🔸खुराक :*
*आपको यह चूर्ण खानां खानें के बाद दूध के साथ 2 से 6 ग्राम तक लेना है।*
*🔸अश्वगंधा, सफ़ेद मूसली, शतावर चूर्ण, कौंच बीज के फायदे और उपयोग क्या हैं और कितनें दिन तक लेना है ?*
*🔸मनुष्य के जीवनकाल में सेक्स का अहम स्थान होता है।*
*🔹खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए अच्छी सेक्सुअल लाइफ का होनां भी जरूरी है।*
*यौन सुख के लिए लोग न जाने कितनें जतन करते हैं। तरह-तरह की दवाइयां वनस्पतियां उपयोग में लाते हैं। करें भी क्यों नां क्योंकि, पुरुषों और महिलाओं के लिए ताकत और ऊर्जा देने वाले उत्पादों की बाज़ार में होड़ सी जो लगी है।*
*इसके चलते कई महत्वपूर्ण औषधीय पौधे जैसे: अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावरी, गोखरू आदि पर तो जैसे “सेक्स मेडिसिन” का ठप्पा लगा है। 3 महीनें के कोर्स में फायदा होता है।*
*🔹1. शतावरी:*
*इसकी जड़ें उंगलियों की तरह दिखाई देती हैं जिनकी संख्या लगभग सौ या सौ से अधिक होती है और इसी वजह से इसे शतावरी कहा जाता है। यह एक बेल है, जिसकी जड़ों में सेपोनिन्स और डायोसजेनिन जैसे महत्वपूर्ण रसायन पाए जाते हैं। इसके पत्ते भी कम गुणकारी नहीं हैं।*
*▪️इसके पत्तों का रस (लगभग दो चम्मच) दूध में मिलाकर दिन में दो बार लिया जाए तो यह शक्तिवर्धक होता है।*
*▪️यदि पेशाब के साथ खून आनें की शिकायत हो तो शतावरी का सेवन लाभकारी होता है।*
*▪️प्रसूता माता को यदि दूध नहीं आ रहा हो या कम आता हो तो शतावरी की जड़ों के चूर्ण का सेवन दिन में कम से कम चार बार अवश्य करनां चाहिए।*
*▪️जानकारों का मानना है कि, शतावरी की जड़ों के चूर्ण का सेवन बगैर शक्कर युक्त दूध के साथ लगातार किया जाए तो मधुमेह के रोगियों को काफी फायदा होता है।*
*🔹2. सफ़ेद मूसली:*
*इसे बतौर सेक्स मेडिसिन बहुत प्रचारित किया गया लेकिन इसके अन्य औषधीय गुणों पर कम ही चर्चा होती है।*
*▪️जानकारों की माने तो यदि आपको पेशाब में जलन की शिकायत रहती है तो सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण के साथ इलायची मिलाकर दूध में उबालते हैं और पेशाब में जलन की शिकायत होनें पर रोगियों को दिन में दो बार पीने की सलाह देते हैं।*
*▪️इन्द्रायण की सूखी जड़ का चूर्ण और सफेद मूसली की जड़ों के चूर्ण की समान मात्रा (1-1 ग्राम) लेकर इसे एक गिलास पानी में डालकर खूब मिलाया जाए और मरीज को प्रतिदिन सुबह दिया जाए। ऐसा सात दिनों तक लगातार करनें से पथरी गलकर बाहर आ जाती है।*
*▪️अक्सर बदन दर्द की शिकायत करनें वाले लोगों को प्रतिदिन इसकी जड़ों का सेवन करनां फायदेमंद होता है। तो आपनें देखा कितनें काम की चीज है सफ़ेद मूसली।*
*🔹3. अश्वगंधा:*
*औषधि के रूप में मुख्यत: अश्वगंधा की जड़ों का प्रयोग किया जाता है।*
*▪️प्रतिदिन अश्वगंधा के चूर्ण की एक-एक ग्राम मात्रा तीन बार लेनें पर शरीर में हीमोग्लोबिन, लाल रक्त कणों की संख्या में काफी इजाफा होता है।*
*▪️इससे बालों का कालापन भी बढ़ता है।*
*▪️अश्वगंधा के प्रत्येक 100 ग्राम में 789.4 मिलीग्राम लोहा पाया जाता है। लोहे के साथ ही इसमें पाए जाने वाले मुक्त अमीनो अम्ल इसे एक अच्छा हिमोटिनिक (रक्त में लोहा बढ़ाने वाला) टॉनिक बनाते हैं।*
*▪️कफ तथा वात संबंधी दोषों को दूर करनें की शक्ति भी इसमें होती है।*
*▪️थायराइड या अन्य ग्रंथियों की वृद्धि में इसके पत्तों का लेप करनें से फायदा होता है।*
*▪️यह नींद लानें में भी सहायक होता है।*
*यह सड़क के किनारे व नहरों के किनारे पायी जाती है।*
*🔹4. गोखरू:*
*इसके पौधे को तो देखा ही होगा आपनें। यह भी गुणों की खान है।*
*▪️गोखरू के पौधे को पीसकर सूजन वाले स्थान पर लगानें से सूजन दूर होती है।*
*▪️प्रतिदिन दो बार इसके आधे कप काढ़े के सेवन से भूख मर जाती है। इससे मोटापा भी कम होता है।*
*▪️दमा के रोगियों को गोखरू के फल और अंजीर के फल समान मात्रा में लेनां चाहिए और दिन में तीन बार लगभग पांच ग्राम मात्रा का सेवन करनां चाहिए, दमा ठीक हो जाता है।*
*देखा आपने कितनें काम की हैं यह वनस्पतियां।*
*अश्वगंधा, सफेद मूसली, और कौंच के बीज के साथ सतावर के पावडर को समान मात्रा में मिलाकर गुनगुनें दूध के साथ सुबह अथवा मुख्य रूप से रात्रि को सोते समय सेवन करनां चाहिए।*
*जिम जाने वाले, योग करनें वाले, कसरत करनें वालों के लिए लिये एक जबरदस्त आयुर्वेदिक प्रोटीन सप्लीमेंट है। इसके अलावा जिन्हें सामान्य कमजोरी हो, यौन क्षमता में कमी, यौन रोग संबंधी विकार हों, हड्डीयों के दर्द आदि कई विकारों में बहुत उपयोगी है।*
*🔸कौंच के बीज:*
*▪️थकान, यौन इच्छा की कमी और उसे बढ़ानें के उपचार के लिए कौंच बीजों का उपयोग किया जाता है।*
*▪️यह शरीर के भीतर फ्री रेडिकल को कम करनें में मदद करता है। यह जड़ी बूटी यौन क्रिया के लिए बहुत ही शक्तिशाली होती है।*
*▪️कौंच बीज एक आयुर्वेदिक दवा है, जो सेहत से संबंधित कई विकारों को दूर करता है। इसका इस्तेमाल खासकर पुरुष बांझपन और तंत्रिका विकारों के इलाज में किया जाता है।*
*▪️यह एक कामोद्दीपक औषधी भी है।*
*▪️शुक्राणुता से लेकर पार्किंसंस रोग तक के इलाज के लिए कौंच का उपयोग आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली में किया जाता है।*
*▪️इसे वेलवेट बीन के रूप में भी जाना जाता है। पुरुषों की यौन शक्ति को बढ़ाने में बहुत फायदेमंद होती है।*
*▪️आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियमित खानपान के चलते अधिकतर लोगों में तनाव और पुरुषों में कमजोरी की समस्या आम हो गई है। इस कमजोरी का सीधा असर सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है।*
*▪️दिन भर की थकान को दूर करनें के लिए सेक्स सबसे अच्छा विकल्प मानां जाता है, लेकिन जब आप नां चाहते हुए भी अपनें पार्टनर और खुद को सेक्सुअली संतुष्ट नहीं कर पाते हैं तो इससे अधिक दुख की बात कुछ और नहीं हो सकती है। कौंच के बीज सेक्स पावर बढ़ानें के लिए वरदान मानें जाते हैं।*
*▪️इसके कुछ दिनों का सेवन करनें से ही कमजोरी, नामर्दी, ढीलापन और शीघ्रपतन जैसी समस्याएं बहुत जल्दी दूर होती हैं।*
*▪️कौंच के बीजों का सेवन करने से पुरुष अधिक शक्तिशाली भी होते हैं। इसका सेवन मसल्स बढ़ानें और वजन बढ़ाने के लिए भी किया जाता है।*
*▪️टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ाए टेस्टोस्टेरोन उत्पादन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कामेच्छा और यौन प्रदर्शन में अहम भूमिका निभाता है।*
*▪️पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम होता है। टेस्टोस्टेरोन यौन संबंध और इच्छा के लिए महत्वपूर्ण हार्मोन होता है।*
*▪️कौंच बीज पुरुष और महिलाओं के लिए कामोद्दीपक का भी काम करता है, क्योंकि इसमें प्रोलैक्टिन नामक एक हार्मोन पाया जाता है।*
*🔹पुरुष बांझपन:*
*▪️पुरुषों में बांझपन की समस्या भी इससे दूर किया जाता है।*
*▪️यह टेस्टिकल्स के कार्य को प्रोत्साहित कर पिट्यूटरी ग्रंथि के कार्य को सुधारने में मदद करता है, जिससे शरीर में अधिक मात्रा में स्वस्थ्य और गतिशील शुक्राणुओं के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। यह जड़ी बूटी स्वस्थ्य शुक्राणुओं को नुकसान और अवरोधों से बचाती है, ताकि शुक्राणुओं के स्वस्थ स्खलन (smooth ejaculation) से गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाया जा सके।*
*🔹थकान दूर कर सेक्स टाइम बढ़ाए:*
*▪️थकान, यौन इच्छा की कमी और उसे बढ़ाने के उपचार के लिए कौंच बीजों का उपयोग किया जाता है। यह शरीर के भीतर फ्री रेडिकल को कम करनें में मदद करता है। यह जड़ी बूटी यौन क्रिया के लिए बहुत ही शक्तिशाली होती है। कौंच बीज टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारने और सामान्य रूप से शारीरिक हार्मोन थायरॉइड को वापस करनें और सेक्स टाइम को बढ़ानें में मदद करता है।*
*🔹बढ़ती उम्र को रोके:*
*▪️इसमें डोपामाइन अधिक होती है। यह यौगिक पिट्यूटरी ग्रंथि को उत्तेजित करता है। स्वस्थ्य हार्मोन को पूरे जीवन तक बनाए रखता है। शरीर में विकास हार्मोन का उत्पादन 20 साल के बाद घटनें लगता है, जिसे उम्र बढ़नें की प्रक्रिया के रूप में मानां जाता है। विकास हार्मोन के स्तर को बनाए रखनें के लिए यह जड़ी बूटी बहुत ही उपयोगी होती है। यह शरीर में युवा हार्मोन को बढ़ानें में मदद करता है।*
*🔴अस्वीकरण*
*मैं अपनें किसी भी हेल्थ मैसेज का 100% सही होनें का दावा नहीं करता। इस टिप्स से काफी लोगों को फायदा हुआ है। कृपया आप किसी भी हेल्थ टिप्स पर अपनें ऊपर प्रयोग करनें से पूर्व अपनें वैद्य से राय लेवें।*
*🍁राजीव जैन*
*अध्यक्ष*
*बाल सेवा समिति, भीलवाड़ा*
*94141-13203*