*शाहपुरा में अमृतम जलम अभियान का हुआ आगाज।*
*शाहपुरा का पिवनिया तालाब के तीन घाट चम चमा उठे।*
*पानी के एक बूंद अमृत के समान- डीवाईएसपी*
*अमृतम जलम अभियान का महत्व बताया।*
*अधिकारियों संग संगठनों ने किया श्रमदान।*
*जल संरक्षण व स्वच्छता की दिलाई शपथ।*
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा 7 अप्रैल। जल संरक्षण को बढ़ावा देने और जल स्रोतों (तालाबों, बावड़ियों) की सफाई व संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए प्रदेश में कई वर्षों से अमृतम जलम अभियान चला रही है। सोमवार को नगर के प्रमुख पिवनिया तालाब पर आरएएस अधिकारी विश्वजीत सिंह (प्रशिक्षु तहसीलदार), तहसीलदार उत्तम जांगिड़, पुलिस उपाधीक्षक ओम प्रकाश बिश्नोई, नगर परिषद सभापति रघुनंदन सोनी ने अभियान का शुभारंभ घाट की सफाई करते हुए किया।
*चम चमा उठे तीनों घाट:* अधिकारियों ने जैसे ही झाड़ू उठाया और घाट की सफाई करने में जुटे। इन्हें देख वहां उपस्थित महिला, पुरुष के साथ कई युवाओं के हाथ भी उठे और सफाई करने में जुट गए। तालाब के पानी में फैली गंदगी को युवाओं ने तागारियों में भर कर ऑटो डीप्पर में डाला और कुछ ही देर में माणा घाट, पिवनिया घाट तथा नया घाट चम चमा उठा, आसपास का पानी शुद्ध व निर्मलसा दिखाई देने लगा।
*ये बोले अधिकारी:* इस मौके आरएएस अधिकारी सिंह ने कहा कि पत्रिका के इस अभियान से भावी पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों को सुरक्षित किया जा सकेगा। तहसीलदार जांगिड़ ने कहा कि अभियान न केवल हमारे जल स्रोतों को स्वच्छ और जीवंत बनाने का प्रयास है, बल्कि समाज को इस दिशा में जागरूक करने का एक सराहनीय कदम भी है।
जल की एक बूंद अमृत के समान का महत्व बताते हुए डीवाईएसपी विश्नोई ने कहा कि पत्रिका के मुख्य संपादक गुलाब चंद कोठारी ने इसीलिए इस अभियान को अमृतम जलम अभियान के शब्दों से निखारा। जिसमें पूरे प्रदेश के शहरो, कस्बों, गांवों, ढाणी, मजरों के जल स्त्रोतो की हर साल पत्रिका यह अभियान चला कर सार संभाल कर रही है। इसलिए पत्रिका का यह एक जन आंदोलन सफल हो रहा है। नगर सभापति सोनी ने कहा कि अभियान जल संरक्षण के प्रति लोगों को जोड़ने और पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जनन करने का बेहतरीन माध्यम बना है। सोनी ने आमजन से जल स्त्रोत में फूलमाला, कचरा नहीं डालने की अपील की।
*इनका रहा सहयोग:* नगर परिषद व जन सहयोग से आरंभ हुए अभियान के तहत वनपाल थानमल जीनगर, भारत स्काउट गाइड अजमेर मंडल के प्रधान प्रतिनिधि रामेश्वर लाल धाकड़, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय लक्ष्मी दत्त कांटिया स्मृति संस्थान सचिव अनुज कांटिया, शाहपुरा श्याम सेवा समिति के कई सदस्य, दिगंबर जैन समाज के प्रतिनिधि नवीन कुमार जैन, कपड़ा एसोसिएशन अध्यक्ष ओम सिंधी, अम्बेडकर विचार मंच के सुरेश घुसर, कैलाश कोली, कमलेश मुंडेतिया, संघर्ष समिति अध्यक्ष दुर्गा लाल राजौरा, संयोजक रामप्रसाद चौधरी, परमेश्वर धोबी, भाजपा के पूर्व महामंत्री खुशीराम आचार्य, पूर्व पार्षद शंकर खटीक, एसपी आर्य, स्टांप वेंडर राजमल शर्मा, प्रयास सेवा संस्थान के अभिषेक सोनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तारा चाष्टा, इंद्र सेन, संजू कुमावत, हेमा रानी, मेहरुन्निसा, मोबिन बानो, नेहा भट्ट, प्रियंका धाकड़, हीरा सोनी, प्रतिभा काबरा, सरिता शर्मा, लीला शर्मा, मीना खटीक, आशा मूंदड़ा, नगर परिषद के जमादार विकास कुमार, सफाईकर्मी अमित कुमार, प्रेमचंद, महेश, त्रिलोक शंकर, विनोद, लखन, विजय कुमार, घीसू लाल, लखन, रामलाल आदि कर्मियों का अभियान में विशेष सहयोग रहा।
*जल संरक्षण व स्वच्छता की दिलाई शपथ:* श्रमदान करने आए श्रमविरो को अधिकारियों ने पत्रिका की ओर से जल संरक्षण और जल स्रोतों को बचाने व संवारने के उद्देश्य से शपथ दिलायी। शर्मवीरो ने प्रतिज्ञा ली कि वे जल की बर्बादी को रोकेंगे, जल स्रोतों की स्वच्छता बनाए रखेंगे।