श्री मद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया!
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गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) स्थानीय सार्वजनिक धर्मशाला में चल रही श्री मद् भागवत में तीसरे दिन श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया! श्री मद् भागवत कथा में श्री रामस्नेही सम्प्रदाय के संत श्री अमृतराम जी महाराज ने कहा कि माता पिता को अपने बच्चों को भगवान के 24अवतारों का इतिहास पढ़ाना चाहिए , स्मरण श्रवण व कीर्तन करने से प्रभु दर्शन परमात्मा जन्म उत्पत्ति प्रलय के हेतु है ब्रह्म उस ब्रह्म का ध्यान करना चाहिए, मन की चंचलता समाप्त होती है, शरीर व संसार का ध्यान करने से मन विकारी होता है परंतु दुर्भाग्य से किए मनुष्य जूते चप्पल कपड़ों का ध्यान कर लेते है परमात्मा का ध्यान नहीं करते हैं यह विचार सार्वजनिक धर्मशाला गुलाबपुरा में भागवत सप्ताह के तीसरे दिन रामसनेही संप्रदाय शाहपुरा के संत अमृत राम जी व्यक्त कर रहे थे उन्होंने कहा माया को सब कोई भजते है पर माधव को कोई नहीं भजता चाहता सच्चे हृदय से प्रभु को भजले तो माया तो हासिल बन जाएगी। संत श्री ने कहा परमात्मा के चरणों में अनुराग होना ही कल्याण मार्ग है भक्ति किस तरह से करना चाहिए उसके लिए उन्होंने कहा निस्वार्थ भाव से भक्ति होना चाहिए किंतु आदमी की भक्ति में स्वार्थ दिखता है। कितना भी कष्ट क्यू न आ जावे पर भक्ति चलाय मान न हो। आज कथा में 24 अवतार के नाम बताए गए। इस विषय में संत ने कहा कि माता पिता अपने बच्चों को 24 अवतारों का इतिहास पढ़ाना चाहिए कथा में नारद व्यास संवाद, परीक्षित जन्म, विदुर, चरित्र, धर्म पृथ्वी संवाद की कथा बड़े ही मार्मिक ढंग से सुनाई संत श्री ने कहा जुए में, मदिरा में हिंसा लय और वेश्यालय में कलयुग निवास करता है धार्मिक व्यक्ति को इस बुराई से बचना चाहिए। मनुष्य की मृत्यु के समय भगवान की कथा कीर्तन प्रभु का स्मरण करना चाहिए ये तीनों कार्य कर ले तो अंत समय में प्रभु दर्शन देते हैं। कथा में संत धीरज रामजी व संत आनंद राम जी भी उपस्थित थे, संत आनंद राम जी ने गुरु महिमा का पाठ सुनाया कथा के अंत में कथा की आरती के मुख्य जजमान श्याम राठी थे। कथा में पार्षद रामदेव खारोल, पार्षद महावीर लढ़ा, पूर्व हुरडा प्रधान मधुसूदन पारीक, विकास आचार्य,, राजेंद्र जोशी,राजकुमार शास्त्री,श्रवण दाधीच,नंदलाल तोषनीवाल,रामकुमार चौधरी,बालमुकुंद जागेटिया, नंदलाल तोषनीवाल, गोपाल अग्रवाल, गोपाल जागेटिया, संजय राठी, सत्यनारायण राठी, दिनेश तोषनीवाल, सत्यनारायण माहेश्वरी, अरविंद सोमानी, के. डी. मिश्रा, रामदयाल सोमानी, सत्यनारायण अग्रवाल, राधेश्याम नौलखा, मनोरमा काल्या , कांता सोमानी सहित कई भक्तजन उपस्थित थे। सत्संग सेवा समिति के अध्यक्ष रामपाल जोशी ने सभी धर्म प्रेमी से आह्वान किया कि अधिक से अधिक संख्या में पधार कर कथा का लाभ लेवे।