पौधे बेचने की जटिल प्रक्रिया हरियाली बढ़ाने में बाधक
अच्छी वर्षा के बावजूद मात्र 10% पौधों की हुई बिक्री
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल)
पीपल फॉर एनिमल्स के प्रदेश प्रभारी पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों की पौधे बेचने की प्रक्रिया को जटिल एवं त्रुटिपूर्ण बताते हुए कहा कि यह पर्यावरण संरक्षण में बाधा बन रही है। जाजू ने बताया कि वन विभाग द्वारा पौधे खरीदने वालों से ऑनलाइन पेमेंट जन आधार सहित अन्य औपचारिकताएं करवाना, मांग के अनुरूप प्रजाति एवं साइज के पौधे उपलब्ध नहीं करवाने के कारण राजस्थान में अच्छी वर्षा के बावजूद लक्ष्य के मुकाबले मात्र 10 प्रतिशत पौधे ही बिक पाए है। जाजू ने कहा कि पिछले सप्ताह ही वन विभाग ने 50 हजार पौधे एक साथ खरीदने पर 50% छूट की योजना लागू की है जो इस बात का प्रमाण है कि पौधों की बिक्री नहीं हो रही है। जाजू ने बताया कि रजिस्टर्ड संस्थाओं को पहले प्रति पौधा एक रुपए कीमत थी को बढ़ाकर ₹15 कर दी है, जिससे भी पौधारोपण में भारी कमी आई है। इसके साथ ही राजस्थान प्रदेश के सभी नर्सरी प्रभारियों को प्रक्रिया जटिल होने से पौधे बेचने में दिक्कतें आ रही है। जाजू ने वन विभाग के उच्च अधिकारियों से पौधों की दरों में कमी करने, पौधे लेने की प्रक्रिया को सरल बनाने एवं मांग के अनुरूप प्रजाति एवं साइज के पौधे उपलब्ध कराने की मांग की है।