गंगापुर के सहाड़ा में देर तक चला कवि सम्मेलन
गंगापुर
(रिपोर्टर दिनेश लक्षकार )
नवरात्रि के पावन पर्व पर कस्बे के चामुंडा माताजी मेला प्रांगण में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया | श्रोताओं ने देर रात तक कविताओं का आनंद लिया।
कवि सम्मेलन की शुरुआत बूंदी से आई कवियत्री चंदा पाराशर ने सरस्वती वंदना से की।
मूमल राजगोपाल ने “किरसाना रो दर्द लिखूं, सबसू प्यारो बीरद लिखूं।” गीत के माध्यम से शुरुआत की।
आशीष राज बूंदी ने” तीज त्योहार मेला छुटिया रंग बिन होली मारी ।” गीत से आनंदित किया।
मुकेश आनंद भावसार मंदसौर ने वीर रस पढ़ते हुए ” धन्य हो गई यह धरती , जब कल्ला जी अवतार हुए।” रचना से संचार किया।
लोकेश महाकाली नाथद्वारा ने खूब हंसाया ” मै तो लगता ट्रोला ट्रैक्टर , सजनी नैनो कार।”
हिम्मत सिंह उज्जवल मावली ने” राजस्थानी आपा री मीठी घनी। हाय हैलो नही बोलो खमा घनी। पढ़कर कवि सम्मेलन को परवान चढ़ाया।
राजकुमार बादल ने ” खुद के हाथा लगा आग मत भागजे।
अपने कुल लगा दाग मत भाग जे।” के बाद कई गीतों से भाव विभोर कर दिया।
कवि सम्मेलन का संचालन बद्री बसंत ने किया। देवकिशन मेघांश सहित कई कवियों ने कविता पाठ किया।
कार्यक्रम में जिला प्रमुख बरजी देवी भील, पूर्व भाजपा प्रत्याशी रूप लाल जाट, पीसीसी सदस्य रणदीप त्रिवेदी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर लाल जाट , मंडल अध्यक्ष संजय रुइया, मंडल अध्यक्ष राजू जाट अरनिया सहित चामुंडा माता समिति अध्यक्ष भंवर लाल जाट, गोवर्धन शर्मा, बाबू सेन, सुरेश शर्मा, गोपाल सुथार,पिंटू जाट सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।