पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष प्रजापत ने आधुनिकता के इस दौर में अपने पारंपरिक कार्यों में से दीपक बनाकर आज की युवा पीढ़ी को स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया
महावीर वैष्णव महुआ
महुआ कस्बे के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जितेंद्र प्रजापत ने स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया वर्तमान युग में बढ़ती आधुनिकता अपनी चरम सीमा पर है।आज के इस फैशन के दौर में युवा पीढ़ी अपनी परम्परागत रीती – रिवाजो को भूल सी गयी है सभी धार्मिक उत्सवों और त्यौहारों पर विदेशी वस्तुओ का चलन बढ़ता जा रहा है पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जितेन्द्र प्रजापत ने अपने पारंपरिक मिट्टी के कार्य को बढ़ावा देते हुए मिट्टी के दीपक बना कर आज की इस युवा पीढ़ी को स्वदेशी अपनाओ का संदेश दिया और बताया की अपना भारत देश अपनी इसी संस्कृति, रीती – रिवाजो और जन -जन के इस स्वदेश प्रेम के कारण हीं पुरे विश्व में एक अलग हीं पहचान बनाये हुए है हम सब युवाओं की भी ये जिम्मेदारी है की हम सब को इसे सतत काल के लिए बनाये रखनी है।