बारहठ महाविद्यालय में महिलाओं के आर्थिक विकास में कृषि की भूमिका पर विभिन्न व्याख्यानों का आयोजन
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9667171141*
शाहपुरा, 19 दिसम्बर। बारहठ महाविद्यालय में महिला प्रकोष्ठ के तत्त्वावधान में राजस्थान राज्य महिला नीति 2021 की दिसंबर माह की विभिन्न गतिविधियों के अन्तर्गत प्राचार्य डाॅ. पुष्करराज मीणा की अध्यक्षता में बारहठ महाविद्यालय में महिलाओं एवं छात्राओ को कृषि या कृषि से संबंधित किसी भी क्षेत्र को रोजगार के लिए एक व्यवहार्य माध्यम के रूप में स्वीकार करने के लिए शिक्षित/प्रेरित करने हेतु कृषि की भूमिका पर विभिन्न व्याख्यानों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महिला प्रकोष्ठ और राजस्थान राज्य महिला नीति प्रभारी डाॅ. ऋचा अंगिरा ने विषय का परिचय एवं रूपरेखा को प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र की मुख्य वक्ता प्रो. प्रियंका ढाका ने बागवानी, रेशम पालन, उर्वरक, जैविक खेती, हाइड्रोपोनिक खेती, कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों की उपयोगिता पर व्यावहारिक एवं स्थानीय क्षेत्रों के उदाहरण द्वारा विस्तार से छात्राओं से आपसी संवाद करते हुए चर्चा की। साथ ही ड्रिप सिचाई पद्धति, जैविक खाद और फॉर्मिंग आदि के महत्त्व व उपयोगिता के बारे में छात्राओं को बताते हुए आत्म निर्भर बनने हेतु जागरूक और प्रेरित किया। द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता प्रो. शंकर चौधरी ने कृषि विकास हेतु विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं व कृषि हेतु बैंकिंग लोन के बारे में छात्राओं को अवगत कराया। प्राचार्य डाॅ. पुष्करराज मीणा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महिलाओं के आर्थिक विकास में कृषि को महत्त्वपूर्ण बताया, साथ ही कृषि में आधुनिक तकनीकों के प्रयोग की महता पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम में समस्त संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में श्रीमती नेहा जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया।