15 दिवसीय समाज सेवा शिविर में विद्यार्थी स्थापित करेंगे समाज सेवा के अनेक आयाम, पूर्ण निष्ठा के साथ बना रहे हैं प्रोजेक्ट
बनेड़ा ( केके भण्डारी )
समाज सेवा शिविर
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महुआ खुर्द में कक्षा 11 पास विद्यार्थियों के लिए नवीन पाठ्यक्रम अनुसार 15 दिवसीय समाज सेवा शिविर का आयोजन विद्यालय प्रांगण में किया जा रहा है ।
शिविर प्रभारी श्रीमती संगीता जैन ने बताया कि चयनित चार विषयों – पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन,अंधविश्वास व सामाजिक बुराइयां , प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन, सार्वजनिक स्थल की सफाई के तहत समाज सेवा के विभिन्न व्यायाम स्थापित करते हुए बालक बालिकाओं ने पूर्ण निष्ठा के साथ सेवा प्रदान कर प्रोजेक्ट फाइल बनाई ।
लिए गए विषयों में 1) पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन – विद्यालय में पूर्व वर्षों में रोपे गए पौधों की देखरेख करना है उनको पानी पिलाना खरपतवार हटाना आदि शामिल है
2) अंधविश्वास व सामाजिक बुराइयां – समाज में व्याप्त अंधविश्वास को दूर करना तथा समाज में प्रचलित कुरितियां यथा बाल विवाह, मृत्यु भोज, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या आदि को समाप्त करने हेतु प्रचार प्रसार करना
3) प्राकृतिक आपदा एवं प्रबंधन – प्रकृति द्वारा प्रदत्त विभिन्न प्रकार की आपदाओं की जानकारी दी गई तथा विपरीत परिस्थितियों में जन सेवा कैसे की जाए इसका अभ्यास कराया गया ।
4) सार्वजनिक स्थल की सफाई – विद्यालय प्रांगण, तेजाजी चौक, गुरुजी चौक , देवनारायण मंदिर, बस स्टैंड , पनघट आदि स्थान पर साफ सफाई कर प्लास्टिक के दुष्प्रभाव बताए गए ।
विद्यालय में संचालित स्काउट इको क्लब प्रभारी श्री सुरेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में भीषण गर्मी से बचाव हेतु बेजुबान परिंदों के लिए 51 परिंडे वितरित किए गए । सभी विद्यार्थियों ने एक-एक परिंडा अपने निवास या आसपास बांधने व उसमें दाना पानी डालने का संकल्प लिया ।
विद्यालय प्रांगण में स्थित हरे-भरे वृक्षों पर विद्यार्थियों के सहयोग से सुरेश चंद्र शर्मा (इको क्लब प्रभारी), संगीता जैन (समाज सेवा शिविर प्रभारी) तथा गीता उपाध्याय (समाज सेवा शिविर सहायक प्रभारी) के साथ मिलकर चुगा पात्र बंधवाए तथा दाना पानी की व्यवस्था की ।
समाज सेवा शिविर के तहत सुरेश चंद्र शर्मा इको क्लब प्रभारी, संगीता जैन, श्रीमती गीता उपाध्याय के नेतृत्व में प्रकृति अध्ययन हेतु पैदल हाइक आरजिया पंचायत में स्थित पौलाजी के डूंगर पर देवनारायण मंदिर पर पहुंचे, जहां विभिन्न प्रकार के वृक्षों की जानकारी दी गई प्रकृति का अध्ययन किया गया । समाज सेवा शिविर का समापन 31 मार्च 2025 को होगा ।