मूर्ति स्थापना एवं सप्तकुण्डीय यज्ञ का आयोजन
✍️ *मोनू सुरेश छीपा*
*द वॉइस आफ राजस्थान*
शाहपुरा भीलवाड़ा जहाजपुर अरावली पर्वत की तलहटी एवं बनास नदी के तट पर स्थित ग्राम रामगढ़ में रेबारी रायका देवासी समाज ने अपने आराध्य देवत्रय पाबूजी राठौड़,कल्लाजी राठौड़ एवं गोगाजी महाराज की मूर्तियों की वैदिक मन्त्रोपचारपूर्वक स्थापना की ।इस अवसर पर रेबारी समाज ने श्री चारभुजानाथ के मन्दिर से कलशयात्रा प्रारम्भ की। गाजे बाजे और घोड़ों की अगवानी में रेबारी समाज की ओर से रंगबिरंगे पारम्परिक परिधान में कलशयात्रा में चार चाँद लगा दिए।
नवमी उद्यापन के उपलक्ष्य में दो दिवसीय धार्मिक आयोजन में 28 जोड़ों ने धार्मिक विधिविधान पूर्वक पाबूजी महाराज के मन्दिर परिसर में सप्तकुण्डीय यज्ञ में आहुतियाँ दीं ।प्रधान वेदी पर श्रीप्रतापसिंह बारहठ राजकीय महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं रामगढ़ के ही निवासी डा. हरमल रेबारी ने प्रमुख यजमान की भूमिका निभाते हुए आचार्य कैलाश चन्द्र शर्मा एवं अन्य पुरोहितों के निर्देशानुसार आहुतियाँ दीं ।रात्रि में भजन सन्ध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें किशन देवासी एवं अन्य संगीतकारों ने प्रस्तुतियाँ देकर धार्मिक आयोजन को सार्थक बनाया। ग्राम के मध्य मे पाबूजी महाराज , कल्लाजी महाराज और गोगाजी महाराज की मूर्तियाँ स्थापित कर धार्मिक आस्था का परिचय दिया।भू अभिलेख अधिकारी रायमल रेबारी, राजकोट गुजरात के स्वर्णव्यवसायी माँगीलाल रेबारी, भारतीय सैनिक रामगोपाल रेबारी आदि भी हवन में बैठे।