हाईटेक लाईब्रेरी आन सिंगल क्लीक ही भावी लाईब्रेरी का स्वरूप है: प्रो. आरके सोमानी
पुस्तकालय विज्ञान के तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम का समापन हुआ
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) मोनु सुरेश छीपा शैक्षणिक पुस्तकालयों के सम्पूर्ण स्वचालन ने पुस्तकालय संसाधनों को व्यापक उपयोगी बना दिया है। इन हाईटेक लाईब्रेरी के संसाधन कम्प्यूटर पर सिंगल क्लिक पर उपलब्ध होने लगे है। यह ही भावी आधुनिक पुस्तकालयों का स्वरूप है। स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो. आरके सोमानी ने ‘‘इमरजिंग ट्रेण्ड्स इन लाईब्रेरी साइंस विषयक तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम के तीसरे दिन समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किए। डा. अनिल शर्मा ने वर्तमान पुस्तकालयों के डिजिटल पुस्तकालयों में रूपांतरण को आवश्यक बताते हुए इससे संसाधनों के बेहतर उपयोग की संभावना व्यक्त की। मुख्य वक्ता डाॅ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (मप्र) की असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. नीलम थापा ने पुस्तकालय विज्ञान प्रशिक्षित विद्यार्थियों के लिए सरकारीएवं निजी शिक्षण संस्थाओं में लाईब्रेरियन सेवा के साथ ही विभिन्न संस्थाओं में इन्टर्नशीप सेवा को भी रोजगारपरक अच्छा क्षेत्र बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्कूल आफ आर्ट्स एवं हयूमेनिटीज के अधिष्ठाता प्रो. कमल कांत शर्मा ने रोजगार के लिए जागरूकता आधारित निरन्तर प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया। संचालन अभिषेक पाराशर ने किया तथा धन्यवाद प्रमिला चैबे ने दिया।