- *बल्दरखा में रिमझिम बारिश के बीच हुआ वीरवर राव जयमल जी मेड़तिया की भव्य मूर्ति अनावरण एवं स्नेह मिलन समारोह*
**तलवार की जगह अब कलम को अपनी ताकत बनाओ – राजॠषि 1008समता राम महाराज*
*भंवर सिंह पलाड़ा, वीपी सिंह बदनोर प्रदुम्न सिंह बड़लियास, रेवंतसिंह पाटोदा,मोती सिंह जोधा,बनेड़ा दरबार गोपाल सिंह सिसोदिया ने किया मूर्ति अनावरण*
*बनेड़ा – परमेश्वर दमामी*
मेवाड़ के महान शासक वीरवर राव जयमल जी मेड़तिया की मूर्ति अनावरण एवं स्नेह मिलन समारोह बल्दरखा में बनेड़ा दरबार गोपाल सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआं। आयोजन समिति के अजयराज सिंह मेड़तिया ने बताया की अलसुबह से चल रही झीरमीर बारिश के बीच वीरवर राव जयमल जी मेड़तिया की मूर्ति अनावरण एवं स्नेह मिलन समारोह हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ की अनुपस्थिति में राजॠषि 1008 समता राम महाराज ,भंवर सिंह पलाड़ा,पूर्व सांसद वीपी सिंह बदनोर, प्रद्दुम्न सिंह बडलियास, गोपाल चरण सिंह सिसोदिया , मोतीसिंह जोधा, रेवंतसिंह पाटोदा आदि मंचासीन अतिथियों ने धुम -धड़ाके के साथ जयकारों की बीच मूर्ति अनावरण कर वीरवर जयमल जी मेड़तिया को नमन कर आशीर्वाद लिया ।इससे पूर्व सभी अतिथियों का जेसीबी का तोरणद्वार बनाकर फुलों की बरसात कर ढोल- नगाड़ों के साथ आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं के द्वारा महंगे मेहमानों का स्वागत किया ।इस अवसर पर शाहपुरा- भीलवाड़ा जिले के सभी ठिकाने से राजपुत समाज के पुरुष , महिलाएं,एवं बच्चे उपस्थित रहे । स्नेह मिलन समारोह में सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजॠषि 1008 समता राम महाराज ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक समय वो था जब राजपुत को अपना क्षत्रिय धर्म निभाने के लिए तलवार को चलाना पड़ता था अब समय अलग है आज का युग शिक्षा का युग है इस युग में आपको तलवार की जगह कलम उठाने की जरुरत है क्यों की जो काम तलवार नहीं कर सकती वो कलम कर सकती है इस अब आप लोगों तलवार की जगह कलम को अपनी ताकत बनानी चाहिए वहीं क्षत्रिय शुरु से ही 36 ही कौम को साथ लेकर चलने वाला समाज रहा है, इसलिए राजनैतिक उलजनो के चक्कर में नहीं पड़ते हुए छुआछुत, जातिवाद ,जैसे मुद्दों से ऊपर उठकर सभी को गले लगाना चाहिए सभी को सम्मान की दृष्टि से देखें ।वहीं एकता बनाए रखने में एक दुसरे को साथ लेकर चलने की जरूरत है ।युवा समाजसेवी मोतीसिंह जोधा ने वीरवर जयमल जी मेड़तिया की जीवनी के बारे में विस्तार से बताते हुए क्षत्रिय समाज को देश – धर्म की रक्षा के लिए हमेशा आगे रहने के लिए आव्हान किया।वहीं जोधा ने उद्बोधन में बताया की प्रत्येक क्षत्रिय के दिल में त्याग बलिदान शौर्य, स्नेह , अपनापन की भावना भी हमेशा होनी चाहिए।
समाजसेवी पूर्व जिलाप्रमुख अजमेर भंवर सिंह पलाड़ा ने अपने उद्बोधन में बताया की वर्तमान समय में समाज में एकता के मंच आने की जरुरत है ,एक समय था तब भीलवाड़ा लोकसभा क्षैत्र के सात विधानसभाओ में चार राजपुत विधायक हुआ करते थे ।आज एक भी नहीं है ,कारण हमारी एकता में कही न कही कमी रही इसे सुधार करने जरूरत है ,चाहे कोई भी राजनीतिक पार्टी से हमारे प्रतिनिधि को मौका मिले उसे जीतना चाहिए ।आज टांग खींचने का समय नहीं रहा बल्कि हाथ खींचने का समय है इस लिए सब एकता का परिचय देते हुए एक हो जाओ , वक्त भी अपना हो जाएगा। दरबार गोपाल चरण सिंह सिसोदिया ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए युवाओं को क्षत्रिय समाज के हित में आगे भी इसी तरह नित-नए आयाम स्थापित करने का आव्हान किया।इस स्नेह मिलन कार्यक्रम सैकड़ों की तादात में क्षैत्र के सभी ठिकाने से राजपूत समाज के पुरुष, महिलाएं,व बच्चे उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जयराज सिंह राठौड़ ने किया।