*गुरूणी मैया भूल न जाना, लौट के जल्दी वापस आना*
*रूप रजत विहार से भावपूर्ण माहौल में महासाध्वी मण्डल का विहार*
*विहार से पूर्व महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. के सानिध्य में नवकार मंत्र जाप*
भीलवाड़ा, 28 नवम्बर। गुरूणी मैया भूल न जाना, लौट के जल्दी वापस भीलवाड़ा आना जैसे नारों की गूंज के बीच पांच माह के ऐतिहासिक चातुर्मास को सआनंद पूर्ण कर मरूधरा मणि महासाध्वी जैनमतिजी म.सा. की सुशिष्या वात्सल्यमूर्ति इन्दुप्रभाजी म.सा. आइि ठाणा मंगलवार सुबह चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार से मंगल विहार कर गए। सैकड़ो श्रावक-श्राविकाओं ने भावपूर्ण माहौल में विदाई दी। प्रथम विहार कर कमला क्रिस्टल स्थित ज्ञानचंद तातेड़ के निवास पर पहुंचे। विहार से पूर्व रूप रजत विहार में सुबह नवकार महामंत्र जाप हुआ। विदाई से पूर्व विभिन्न मांगलिक प्रार्थनाएं भी आगम रसिका डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा. ने कराई। पूज्य इन्दुप्रभाजी म.सा. एवं आगम मर्मज्ञा डॉ. चेतनाश्रीजी म.सा. ने विदाई से पूर्व मांगलिक प्रदान किया एवं सभी के लिए मंगलकामनाएं की। विदाई से पूर्व श्री अरिहन्त विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा, मंत्री सुरेन्द्र चौरड़िया सहित पदाधिकारियों ने साध्वीवृन्द को भावपूर्ण विदाई दी। इसके बाद जयकारों की गूंज के बीच पूज्य इन्दुप्रभाजी म.सा., डॉ. चेतनाश्रीजी म.सा., डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा., डॉ. समीक्षाप्रभाजी म.सा., दीप्तिप्रभाजी म.सा., हिरलप्रभाजी म.सा. ने रूप रजत विहार से विहार किया। उन्हें कमला क्रिस्टल तक पहुंचाने के लिए विहार यात्रा में सैकड़ो श्रावक-श्राविकाएं साथ-साथ चले। विहार यात्रा में श्रीसंघ के साथ युवक मण्डल व महिला मण्डल के सदस्य भी शामिल रहे। विहार मार्ग में जगह-जगह पहले से खड़े श्रावक-श्राविकाएं पूज्य साध्वी मण्डल अभिनंदन करते हुए विहार यात्रा में साथ जुड़ते गए।
*पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. का देवलोकगमन श्रमण संघ के लिए अपूरणीय क्षति*
विहार कर कमला क्रिस्टल पहुंचने के बाद पूज्य इन्दुप्रभाजी म.सा. के सानिध्य में श्रावक-श्राविकाओं को सम्बोधन देते हुए प्रबुद्ध चिन्तिका डॉ. दर्शनप्रभाजी म.सा. ने कहा कि सुबह उठते ही बड़ी दुःखद सूचना प्राप्त हुई कि हम सबके पूज्यनीय श्रमण संघ के सलाहकार एवं वरिष्ठ संत सुमतिप्रकाशजी म.सा. का मेरठ में देवलोकगमन हो गया। उन्होंने कहा कि पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. का देवलोकगमन केवल निहाल परम्परा के लिए ही नहीं अपितू सम्पूर्ण श्रमण संघ के लिए अपूरणीय क्षति है। श्रमण संघ में पिछले कुछ वर्षो में एक के बाद एक कई वरिष्ठ संतो ंके देवलोकगमन से पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. का मार्गदर्शन पूरे देश के संतों को मिल रहा था। उन जैसे महान संत व तपस्वी आत्मा का देवलोकगमन जिनशासन के एक महान प्रभावक का हमसे दूर हो जाना है। पूज्य इन्दुप्रभाजी म.सा. ने कहा कि सुमतिप्रकाशजी म.सा. जैसे महान संतों की कमी कभी पूरी नहीं हो पाएगी। हम सबको उनके बताए मार्ग पर चलते हुए धर्म प्रभावना करना है। उन्होंने बताया कि बुधवार को पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. का अंतिम संस्कार होने के बाद अगले दिन जहां भी प्रवास रहेगा भावाजंलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
*कल आजादनगर में प्रवास करेंगे*
महासाध्वी इन्दुप्रभाजी म.सा. के कमला क्रिस्टल क्षेत्र में पहुंचने पर श्रावक-श्राविकाओं ने स्वागत-अभिनंदन किया। श्रावक-श्राविकाओं को धर्म संदेश प्रदान करने के दौरान सुश्रावक ज्ञानचंद तातेड़ ने क्षेत्र में मंगल आगमन पर पूज्य महासाध्वीजी के प्रति कृतज्ञता जताई। श्री अरिहन्त विकास समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र सुकलेचा ने बताया कि पूज्य महासाध्वीवृन्द 29 नवम्बर बुधवार सुबह 8.30 बजे सी-87 कमला क्रिस्टल से विहार कर चन्द्रशेखर आजादनगर स्थित अरिहन्त भवन में मांगलिक प्रदान करते हुए न्यू आजादनगर कुंभा सर्किल के पास डी-211 स्थित नरेश बाबेल के निवास पर पहुचेंगे।