वैद्य हंसराज चोधरी को मिला संत शिरोमणी विद्यासागर महाराज का आशीर्वाद ।
भारत के स्वाभिमान को जाग्रत करने का सबसे अनुकूल अवसर–विद्या सागर जी
रायला देश के सबसे बड़े दिगम्बर जैनाचार्य आचार्य संत शिरोमणि श्री विद्यासागर जी महाराज ससंघ चंद्रगिरी डोंगरगढ़ का आर्शिवाद श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के अध्यक्ष वैद्य हंसराज चोधरी ने श्री दिगम्बर जैन चन्द्र गिरी अतिशय तीर्थ क्षेत्र डोंगरगढ़ पहुंच कर प्राप्त किया। इस दौरान वैद्य हंसराज चोधरी ने संत शिरोमणि श्री विद्यासागर जी महाराज को आश्रम का साहित्य भेंट कर लंबी विषद चर्चा भी की। यहां अतिशय तीर्थ क्षेत्र डोंगरगढ़ एवं प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ में श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के अध्यक्ष वैद्य हंसराज चोधरी का संतों व साध्वियों की मौजूदगी में चंद्रगिरी ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों द्वारा सम्मान किया गया। निर्यापक मुनिश्री सुधासागर जी महाराज सहित अन्य संतों से भी हंसराज चोधरी ने चर्चा की।
इस दौरान विषद चर्चा एवं प्रवचन में संत शिरोमणि श्री विद्यासागर जी महाराज ने कहा कि भारत के स्वाभिमान को जाग्रत करने का सबसे अनुकूल अवसर है। भारत के गौरवशाली इतिहास को सामने लाना जरूरी है। ये तभी संभव है जब देश को इंडिया बनाने के बजाए भारत बनाया जाए। हमारी संस्कृति हमारे जीवन का अंग है, यही राष्ट्र के अंग अंग में ऊर्जा भरती है। हमारे देश में रामायण भी पढ़ी जाती है और महाभारत भी। आप इस संस्कृति पर चलेंगे तो देखेंगें कि जिस तरह आधी रात को विभीषण स्वयं चलकर राम की शरण में आया था और रावण राज का अंत हो गया था उसी तरह हम यदि आगे बढ़ेंगे तो सभी परेशानियों का अंत हो जाएगा। आज देश को सबसे उत्तम अवसर मिला है। हम फैसलें लेंगे तो दुनिया में कोई भी भारत को हिला नहीं पाएगा।
संत शिरोमणी के आर्शिवाद से मन आल्हादित है-चोधरी
श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के अध्यक्ष वैद्य हंसराज चोधरी ने बताया कि संत शिरोमणि श्री विद्यासागर जी महाराज से आर्शिवाद प्राप्त करके उनका मन आल्हादित है। संत शिरोमणी से साहित्य व आयुर्वेद विषय पर हुई लंबी मंत्रणा में उनके द्वारा आयुर्वेद व साहित्य के संरक्षण पर जोर दिया।
किया अभिनंदन व बहुमान————
श्री नवग्रह आश्रम सेवा संस्थान के अध्यक्ष वैद्य हंसराज चोधरी का संत शिरोमणी व अन्य संतों की मौजूदगी में चंद्रगिरी ट्रस्ट के अध्यक्ष सेठ सिंघई किशोर जैन, कार्यकारी अध्यक्ष विनोद बडजात्या, कोषाध्यक्ष सुभाष चन्द जैन, निर्मल जैन (महामंत्री), चंद्रकांत जैन (मंत्री),मनोज जैन (ट्रस्टी), सिंघई निखिल जैन (ट्रस्टी),सिंघई निशांत जैन (ट्रस्टी), प्रतिभास्थली के अध्यक्ष प्रकाश जैन (पप्पू भैया), सप्रेम जैन (संयुक्त मंत्री) ने अभिनंदन व बहुमान किया।