*‼️चार जून के बाद …सचिन पायलट ही होंगे राजस्थान का भविष्य‼️*👍
_*बुज़ुर्ग गहलोत राष्ट्रीय मार्गदर्शन मंडली में होंगे शामिल?*_🙋♂️
_*डोटासरा को भी अब लपेट लेने चाहिये बोरी बिस्तर!*_💁♂️
_*फिर प्रदेश अध्यक्ष होंगे सचिन पायलट!!*_💯
*✒️सुरेन्द्र चतुर्वेदी*
*राजस्थान के युवा नेता सचिन पायलट और बुज़ुर्ग नेता अशोक गहलोत फिर एक बार थोडे दिनों के युद्ध विराम के बाद एक दूसरे पर भृकुटि तानने से बाज़ नहीं आ रहे। ख़ास तौर से अशोक गहलोत को तो अपने कहीं न होने का अहसास इतना साल रहा है कि वह अपनी ज़ुबान पर ब्रेक ही नहीं लगा पा रहे। उन्होंने सचिन के लिए जिस निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग किया था वह जग ज़ाहिर है। उस पर आज मैं पुनः चर्चा नहीं करना चाहता। अभी हाल ही में उन्होंने सचिन के बयान पर कि उन्हें चुनाव प्रचार के लिए जालौर सिरोही बुलाया ही नहीं गया पर गहलोत की टिप्पणी ये स्पष्ट सन्देश है कि इन दोनों के बीच अभी तक तलवारें खींची हुईं हैं।💯*
*अशोक गहलोत को पिछले दिनों सोची समझी राजनीति के तहत उत्तर प्रदेश बुलाया गया। गाँधी परिवार ने उनका उत्तर प्रदेश और खास तौर से अमेठी या रायबरेली में क्या इस्तेमाल किया यह बात फ़िलहाल किसी को पता नहीं मगर सचिन पायलट का उपयोग गांधी परिवार स्टार प्रचारक के रूप में कर रहा है।सचिन का क्रेज़ रायबरेली और अमेठी में ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में फ़िल्मी अभिनेता जैसा है। आम युवाओं में उनको लेकर वाक़ई अज़ीब क़िस्म का आकर्षण है।*😇
*रायबरेली में देश के एक लोकप्रिय चैनल के लिए समाचार संकलन कर रहे राजीव अग्रवाल से कल मेरी लंबी बात हुई। उन्होंने सचिन पायलट से विशेष साक्षात्कार लिया। उन्होंने बताया कि मीडिया सचिन को राहुल गांधी से ज़ियादा तरज़ीह दे रही है और युवाओं में उनसे मिलने और सैल्फ़ी लेने का क्रेज़ देखते ही बनता है। कांग्रेस के ही नहीं भाजपा मानसिकता के युवा भी सचिन को लेकर बहुत प्रभावित नज़र आते हैं।*🙋♂️
*राजीव ने तो सचिन को लेकर एक और मज़ेदार वाक़या सुना दिया। रायबरेली की एक युवा महिला पत्रकार ने तो सचिन से तलाक़ की जानकारी लेने के बाद विवाह तक का प्रस्ताव रख दिया । सचिन जिसे हाथ जोड़कर टाल गए।*😝
*राय बरेली के लोग सचिन से ऐसे ऐसे राष्ट्रीय मुद्दों पर बात करते नज़र आते हैं जैसे कांग्रेस उनकी ही नीतियों पर चल रही है।*👍
*सचिन वहाँ मोदी पर राहुल से ज़ियादा खुल कर हमला कर रहे हैं। उनका मानना है कि राजस्थान, पंजाब, उत्तरप्रदेश, हरियाणा जब सभी राज्यों में मौज़ूदा सीट्स पर नुक़सान उठाने जा रहे हैं तो वह इन राज्यों के नुक़सान की भरपाई कहाँ से करेंगे❓🤷♂️*
*राहुल! प्रियंका और सचिन तीनों ही मोदी के उस बयान को रायबरेली की सभाओं में मुख्य मुद्दा बना रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने अडानी और अम्बानी का नाम लेना सार्वजनिक सभाओं में इसलिए बन्द कर दिया है कि उन्होंने कांग्रेस कों टेम्पो भर भर के नोट पहुंचा दिए हैं।*🫢
*सचिन का तर्क है कि मोदी जी देश के मुखिया हैं।सूचना तंत्र के वह मालिक हैं।जब चीन और पाकिस्तान की पल पल वाली सूचना उन तक पहुंच जाती हैं। जब दो दो मुख्यमंत्री उनके तंत्र द्वारा जेल पहुंचा दिए जाते हैं तो फिर अडानी और अम्बानी के उन टैम्पो का नम्बर वे क्यों छिपा रहे हैं जिनसे बेशुमार रुपये राहुल को पहुंचाए गए❓क्यों नहीं वह ईडी और इंकम टैक्स डिपार्टमेंट के माध्यम से छापे पड़वा रहे हैं❓*🤨
*सचिन और गहलोत का उपयोग गांधी परिवार शायद सोच समझ कर बड़ी चतुराई से कर रहा है। समझदार लोगों का कहना है कि गहलोत चुनाव प्रबन्धन के लिए उपयोग में लाए जा रहे हैं जबकि सचिन को चुनाव प्रचार में लगाया जा रहा है।*👍
*राजस्थान के लिए चार जून के बाद का सचिन भविष्य हैं। यह तय है कि राजस्थान में कांग्रेस के जो उम्मीदवार चुनाव जीतेंगे वे सब सचिन की परवरिश में चुनाव लड़े नेता ही होंगे। उनके लगभग सभी नेता चुनाव जीतने की फिराक में हैं। ऐसा होने पर यह तय है कि अगले विधानसभा चुनाव तक वह ही कांग्रेस के भाग्य विधाता होंगे।*🙋♂️
*अशोक गहलोत के पुत्र वैभव यदि जालौर से चुनाव जीत गए तो थोड़ी बहुत इज़्ज़त गहलोत के खाते में दर्ज़ हो जाएगी वरना तो उनकी लुटिया डूबी ही समझिए।*💁♂️
*अंत मे एक और मुद्दे पर बात हो जाए।राजस्थान ही नहीं उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से इस बार जाट मतदाताओं का झुकाव भाजपा की तरफ़ न के बराबर रह गया है। सिड्यूल कास्ट, सिड्यूल ट्राइब,ओ बी सी वर्ग भी कमोबेश भाजपा से ख़फ़ा है। मुस्लिम मतों की भी यही स्थिति है। ऐसे में राजस्थान के कांग्रेस अध्यक्ष पद की गणित निश्चित रूप से सचिन पायलट के पक्ष में आने जा रही है। चार जून के बाद किसी भी दिन गोविंद सिंह डोटासरा अध्यक्ष पद से विदा हो सकते हैं।*😯
*यहाँ बता दूँ कि सचिन पायलट पहले भी प्रदेश अध्यक्ष रह कर कांग्रेस को सत्ता में ला चुके हैं। बूढ़ी घोड़ी पर दूल्हा बैठा कर बरात नहीं निकाली जाती इसलिये गहलोत को अब अपने बोरी बिस्तर लिपेट लेने चाहिए।*💁♂️