जिस दिन भगवान् श्री राम का जन्म हुआ वो दिन एक माह के बराबर था। = अखिलेश मिश्रा
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गुलाबपुरा (रामकिशन वैष्णव) निकटवर्ती ग्राम रुपाहेली कला में चल रही श्रीराम कथा में कथा वाचक पंडित अखिलेश मिश्रा प्रयागराज ने संगीतमय श्रीराम कथा का वाचन किया। कथा में पंडित अखिलेश मिश्रा प्रयागराज ने संगीत मयी राम कथा में प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान राम का जन्म धर्म की स्थापना व रक्षा करने के लिए हुआ है। महामुनि विश्वामित्र जी के कहने से भगवान राम जी के चरण रज से गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या का उद्धार हुआ। कथा में प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जिस दिन भगवान राम जी का जन्म हुआ वो दिन एक माह के बराबर था क्योंकि सूर्य देव भगवान श्री राम के दर्शन करने के लिए ठहर गया तब सब देवो ने प्रार्थना करने पर सूर्य देव माने और वापस अपनी गति से चलने लगे । तब राजा दशरथ ने अपने कुलगुरु वशिष्ठ से आशीर्वाद ले के इन बच्चों के नाम करण करने के प्रार्थना की तब गुरु वशिष्ठ ने कहाँ की इनके अनेक नाम है फिर भी सबसे बड़े लड़के का नाम राम रखा और बताया कि ये ही इस संसार मे धर्म की स्थापना करेंगे व आतताइयों का संहार करेंगे । दूसरे लड़के का नाम भरत रखा जो इस संसार मे अपनी बुद्धि से संसार पर राज करेंगे और भाई प्रेम के लिए पहचाने जाएंगे तीसरे पुत्र का नाम लक्ष्मण रखा जो अपने तेज से पूरी पृथवी को नष्ट करने की क्षमता रखेंगे व चौथे पुत्र का नाम शत्रुघ्न रखा जो आज्ञा कारी बन कुल की मर्यादा की रक्षा करेंगे । कथा प्रसंग में पंडित ने कहा कि गुरु वशिष्ठ ने कहा कि इनमें राम लक्ष्मण की जोड़ी व भरत शत्रुघ्न की जोड़ी रहेगी जो सदियों तक ये संसार इनको पूजेंगे आज के प्रसंग में जब महामुनि विश्वामित्र जी राज सुई यज्ञ कर रहे थे तब राक्षक यज्ञ को सफल नही होने दे रहे तब महामुनि ने अपनी दिव्य दृष्टि से देखा कि चक्रवती सम्राट राजा दसरथ के यहाँ पर पुत्र के रूप में भगवान विष्णु ने राम के रूप में अवतार ले लिया है। तब महामुनि राजा दशरथ के यहाँ गए व अपने यहाँ पर कर रहे यज्ञ की रक्षा के लिए भगवान राम व लक्ष्मण को मांगने राजा दशरथ के पहुँच गए व तब दशरथ ने कहा कि ये तो अभी बालक है मुनि राज ये राक्षसों से कैसे लड़ेंगे तब राजा दशरथ को राजगुरु वशिष्ट ने समझाया और धर्म सनातन की रक्षा के लिए ही इनका जन्म हुआ है। इस दौरान कई श्रद्धालु, गणमान्यजन मौजूद थे।
जिस दिन भगवान् श्री राम का जन्म हुआ वो दिन एक माह के बराबर था। = अखिलेश मिश्रा
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