*मोदी की तारीफ में बोले बाबा रामदेव फकीरी जैसा जीवन जीकर निभा रहे राष्ट्रधर्म*
*योग को जैसा सार्वजनिक गौरव दुनिया में आज मिला वैसा पहले कभी नहीं था*
*भीलवाड़ा में बाबा रामदेव ने मीडिया से चर्चा में की बेबाक टिप्पणिया*
भीलवाड़ा, 27 मई। विख्यात योग गुरू बाबा रामदेव ने नरेन्द्र मोदी के 9 वर्ष के प्रधानमंत्री काल को देश के लिए अच्छा समय बताते हुए कहा है कि शीर्ष पर बैठे लोगों को नीति-नियत अच्छी होनी चाहिए और नीतियों का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से होना चाहिए इस पैमाने पर मोदी अच्छा काम कर रहे है । मुझे राजनीति में नहीं आना लेकिन जो सन्यासी है उनका स्वागत है। आदित्यनाथ योगी उत्तरप्रदेश को बहुत अच्छे तरीके से चला रहे है। नरेन्द्र मोदी सन्यासी तो नहीं है लेकिन सन्यासी जैसा ही फकीरी का जीवन जीकर अपने राष्ट्रधर्म को निभा रहे है। तीन दिवसीय योग शिविर आयोजन के लिए करीब 17 वर्ष बाद भीलवाड़ा पहुंचे बाबा रामदेव ने शुक्रवार रात यहां एक होटल में पत्रकार वार्ता में राजनीति से लेकर योग तक से जुड़े सवालोें पर बेबाकी से जवाब दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासनकाल की चर्चा करते हुए कहा कि वह दलगत राजनीति से जुड़े हुए नहीं है लेकिन योग को सार्वजनिक व राजनीतिक रूप से जो गौरव दुनिया में इस समय मिला है वैसा जवाहरलाल नेहरू और इंदिरागांधी के काल में भी नहीं था हालांकि वे भी योग से जुड़े हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी के विशेष पुरूषार्थ और राजनीतिक इच्छाशक्ति के चलते ही दुनिया के 177 देशों ने 21 जून को योग दिवस के रूप में मान्यता दी है। भारत के घर-घर तक योग पहुंचा है। ऐसा कोई गली-मोहल्ला नहीं जहां रहने वालों को योग का प्राथमिक ज्ञान नहीं है। योग के प्रयोग के रूप में जो परिणाम आए है उसे पूरी दुनिया ने मान्यता दी है। योग से तन-मन स्वस्थ रहने के साथ जीवन में उत्साह व सृजनात्मकता बनी रहने से सब कुछ हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जातीय गौरव की बजाय राष्ट्रीयता का गौरव रहना चाहिए। आपस में धर्म व जाति के नाम पर नफरत की दीवारे नहीं खड़ी करनी चाहिए। मेरी यहीं कामना है कि सनातन गौरव के साथ सबको साथ लेकर आगे बढ़े और भारतीय सांस्कृतिक विरासत समृद्धि के शिखर को छुएं। स्वामी रामदेव ने किसी से राजनीतिक बैर नहीं बताते हुए कहा कि चाहे अशोक गहलोत ही क्यों न हो जो भी अच्छा काम कर रहे उनकी तारीफ करेंगे। राजनीतिक विचार रखना अलग बात है लेकिन राजनीतिक आधार पर किसी से भेदभाव नहीं करते है। उन्होंने देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर चल रहे विवाद से जुड़े सवाल का सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि मैं बौद्धिक व मानसिक दिवालियेपन का शिकार नहीं पर राजनीतिक टिप्पणियां कम करता हूं। सनातन धर्म को विश्व में प्रतिष्ठा दिलाने के लिए कार्य कर रहे है।
*योग ने बचाई बीमारियों से करोड़ो लोगों की जान*
स्वामी रामदेव ने योग का महत्व बताते हुए कहा कि कोई कभी-कभी, कोई नियमित तो कोई बीपी, हार्ट, डायबिटिज जैसी बीमारियों से पीड़ित होने के बाद मजबूरी में योग कर रहा है। कोरोनाकाल में भी योग ने कई लोगों की जिंदगिया बचाई। जो काम मेडिकल साइंस भी नहीं कर पाई वह योग से हो गया। उन्होंने दावा किया कि कोई नियमित पांच-सात दिन विधिपूर्वक योग कर ले तो उसके ब्लड प्रेशर की दवा बंद हो जाएगी। दमा से लेकर शुगर तक सभी में योग कारगर साबित हो रहा है। कई फेल किडनियां योग से ठीक हो गई। योग व आयुर्वेद के संयुक्त प्रयोग ने लाखों लोगों को किडनी ट्रांसप्लान्ट, पेसमेकर, बाईपास सर्जरी से बचाया है। योग हर इंसान के लिए उपयोगी है भले वह किसी भी पंथ,परम्परा व धर्म में यकीन रखने वाला हो। योग के साथ जीवन को सरल व नशामुक्त बनाना है।
*बच्चों में योग की आदत समाप्त कर सकती नकारात्मकता*
ख्यातनाम योग गुरू स्वामी रामदेव ने बच्चों में योग की आदत जरूर डालने की अपील करते हुए कहा कि बच्चों में योग की आदत व संस्कार आ गए तो बाकी बुरी आदत व सभी तरह की नकारात्मकता जीवन से समाप्त हो जाएगी। सुबह योग दिनचर्या में शुमार करना होगा। मनुष्य धरती पर भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना है। उसे प्रारब्धवादी नहीं पुरूषार्थवादी बनाना चाहता हूं। उन्होंने पंतजलि ग्रुप की चर्चा करते हुए कि योगमूलक उद्यमशिलता के साथ कार्य करने से एफएमसीजी का ऐसा स्वदेशी ब्राण्ड खड़ा किया है जो आज यूूनीलीवर के बाद भारत का सबसे बड़ा एफएमसीजी ब्राण्ड है। हालांकि पांच हजार से अधिक लोगों को रोजगार दे रहे पतंजलि ग्रुप से होने वाला लाभ देश के लिए है व्यक्तिगत रूप से किसी को लाभ नहीं हो रहा है।
*धर्म के नाम पर पाखण्ड या आडबंर का पोषक नहीं*
स्वामी रामदेव ने सन्यासी के नाते स्वयं को सनातन धर्म व योग का प्रचारक बताते हुए कहा कि वह कभी धर्म के नाम पर पाखण्ड व आडम्बर के पोषक नहीं रहे है और वैज्ञानिक सोच रखते है। उन्होंने काले धन व पेट्रोल की कीमत करने के उनके मुद्दे पर ठोस पहल नहीं होने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि वह कोई सत्ताधारी नहीं है और राजनीतिक अखाड़ा नहीं चलाते लेकिन जो मुद्दे उठाए वह गलत नहीं थे उनमे दम था। काला धन का मुद्दा सरकार की झोली में है। दो हजार का नोट बंद करना भी इस दिशा में कदम है। पेट्रोल की कीमते कम हो सकती लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार उस पर टेक्स कम नहीं करना चाहती।
*ब्रजभूषणशरण को गिरफ्तार कर भेजना चाहिए जेल*
स्वामी रामदेव ने दिल्ली में गत एक माह से अधिक समय से चल रहे पहलवानों के धरने से जुड़े सवाल पर कहा कि पहलवानों ने शोषण के जो मुद्दे उठाए है वह गंभीर है। राष्ट्रीय कुश्ती फैडरेशन के अध्यक्ष ब्रजभूषणशरण सिंह पर इस तरह के आरोप लगने के बावजूद उनका पद पर बने रहना व कुर्सी से चिपके रहना शर्मनाक है। ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाना चाहिए। उनका कृत्य निंदनीय व शर्मनाक है।
*धर्मनिरपेक्षता के नाम पर नहीं हो बौद्धिक आतंकवाद*
योग गुरू स्वामी रामदेव ने एनसीईआरटी की तर्ज पर राज्यों के पाठ्यक्रम में भी इतिहास को लेकर बदलाव करने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि पाठ्यक्रम में अपनी विरासत का बोध व इतिहास की सच्चाई तो होनी ही चाहिए। धर्मनिरपेक्षता के नाम पर बौद्धिक आतंकवाद नहीं होना चाहिए। महाराणा प्रताप व शिवाजी ही महान होने चाहिए आक्रमणकारी मुगल कैसे महान हो सकते है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी सनातन धर्म की शिक्षा नहीं दी जाती है। इसीलिए अब भारतीय शिक्षा बोर्ड बनाया गया है। इसके माध्यम से लाखों विद्यार्थियों को आधुनिक विज्ञान व प्रगति से जोड़ने के साथ सनातन धर्म की शिक्षा भी दी जाएगी। इससे शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव पहल होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में सेवारत भीलवाड़ा निवासी हीरेन जोशी के पिता जगदीश जोशी को मंच पर बुलाकर आदिवासी व वंचित वर्ग के लिए उनके द्वारा दी जा रही सेवाओं की सराहना की। पत्रकार वार्ता के दौरान स्वामी परमार्थदेव, योग शिविर अध्यक्ष गोविन्द सोड़ानी, संयोजक भूपेन्द्र मोगरा सहित कई पदाधिकारी मंच पर थे।
*बारिश के कारण बदला पहले दिन योग शिविर का स्थान*
स्वामी रामदेव का तीन दिवसीय योग शिविर भीलवाड़ा के आदित्य विहार में 27 से 29 मई तक प्रतिदिन सुबह 5 से 7.30 बजे तक होना था। भीलवाड़ा में शुक्रवार रात तेज बारिश के चलते कार्यक्रम स्थल पर पानी भरने से पहले दिन 27 मई शनिवार को योग शिविर का स्थान बदलकर संकटमोचन हनुमान मंदिर के नजदीक मुुख्य डाकघर के सामने स्थित शांति भवन कर दिया गया है। पार्किंग व्यवस्था चित्रकूटधाम में रहेगी। इस योग शिविर का आयोजन भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पंतजलि योग समिति के संयोजन में भारत विकास परिषद, हार्टफुलनेस, जीतो,जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति, प्राकृतिक कुल्हड़ ग्रुप आदि के द्वारा किया जा रहा है। यह योग शिविर को ब्लड प्रेशर, डायबिटिज, ह्दय रोग, गैस, कब्ज, मोटापा, सिरदर्द, जोड़ो का दर्द, कमर दर्द आदि से पीड़ितों के लिए लाभकारी है। योग शिविर स्थल पर 11 कुण्डीय यज्ञ भी होगा। शिविर स्थल पर प्राकृतिक चिकित्सा के साथ घरेलू उपचार के नुस्खे भी बताए जाएंगे।