एक वकील का मुख्य उद्देश्य पीड़ित को न्याय दिलाना ही होना चाहिए: न्यायाधिपती फरजन अली
न्यायाधीपति फरजन अली का किया शाहपुरा बार एसोसिएशन द्वारा भव्य स्वागत
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) मोनु सुरेश छीपा वकालत का पेशा जनता की भलाई के लिए, उनको समय पर न्याय दिलाने के लिए, गरीब और शोषित की आवाज को न्यायालय में उठाने के लिए होता है। एक वकील का मुख्य उद्देश्य पीड़ित को न्याय दिलाना ही होना चाहिए। यह बात न्यायाधिपती फरजन अली ने अपने स्वागत अभिनंदन एवं सम्मान समारोह के दौरान कही। इससे पुर्व जिले के शाहपुरा बार एसोसिएशन द्वारा न्यायाधिपती फरजन अली का स्वागत अभिनंदन एवं सम्मान किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए न्यायाधिपती फरजन अली ने कहा कि अधिवक्ताओं को यह ध्यान रखना चाहिए कि देश के प्रत्येक व्यक्ति को न्याय का व समानता का अधिकार है जिसको नागरिक को तक पहुंचाना अधिवक्ताओं का प्रमुख कर्तव्य है। इस पथ पर चलकर ही अधिवक्ता देश को सुरक्षित समाज देने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होने अधिवक्ताओं को बार एसोसिएशन का एवं वकालत व्यवसाय का सम्मान बढ़ाने के लिए संदेश दिया। बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में एडीजे सुनील कुमार ओझा, बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुनील कुमार शर्मा ने न्यायाधीपती का स्वागत किया। समारोह के दौरान भारतीय तेराकी संघ के उपाध्यक्ष अनिल व्यास का सम्मान किया एवं कर्नाटक राज्य के राज्यपाल के ओएसडी शंकर गुर्जर का भी बार संस्था की तरफ से स्वागत किया गया। लोक अभियोजक कुणाल ओझा ने न्यायाधिपति फरजन अली का जीवन परिचय दिया। इस दौरान एसीजीएम राजेश कुमार मीणा, जीएम मोनिका धनोल और बार एसोसिएशन के सम्मानित सदस्य कन्हैयालाल, उदय लाल राजौरा, दिनेश व्यास, अनिल शर्मा, दीपक पारीक, रितेश शर्मा, नमन ओझा, विवेक पाराशर, विवेक दाधीच, विजय पाराशर, सहित कई अधिवक्ता व गनमान्य नागरिक उपस्थित रहे।