मनुष्य जैसे कर्म करेगा वैसा उसे फल मिलेगा : साध्वी प्रितीसुधा
भीलवाडा। (पंकज पोरवाल) कर्म प्रबल होते हैं। मनुष्य जैसा करेगा वैसा ही फल पायेगा। प्रखर वक्ता डॉक्टर प्रितीसुधा ने अहिंसा भवन शास्त्री नगर में धर्मसभा में श्रोताओं को सम्बोधित करतें हुए कहा कि कर्मो की लीला अपरम्पार हैं। आज तक संसार मे जितनें भी महापुरुष हुये हैं वह भी इन कर्मो से नहीं बच पायें । फिर हमारे जैसे साधरण मनुष्य की क्या औकात हैं। जो वह अशुम पाप कर्म करने बाद भी परमात्मा की नजर से बच पाएगा। जब हमारे सम्पूर्ण कर्म क्षय नही हो जाते हैं तब आत्मा को मुक्ति नही मिलने वाली। मनुष्य के दुखः का मूल कारण है तो उसके कर्म हैं। पुण्य कर्म से ही इंसान जीवन मे सुख भोगना और अशुम पाप कर्मो के कारण वह जीवन दुखः भोगता हैं। जैसा करेगा वैसा ही पायेगा। साध्वी मधूसुधा ने कहा कि ने कहा इंसान लाख जतन करले पापो के फल भोगने ही पड़ते है । जीवन मे सुख दुखः कर्मो के आधार पर ही आते हैं। संघ मंत्री रिखबचंद पीपाड़ा ने बताया कि धर्मसभा में राष्ट्रीय जैन कॉन्फ्रेंस के युवा उपाध्यक्ष प्रवीण बोहरा का अहिंसा भवन के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बाबेल अशोक पोखरना,हेमन्त आंचलिया ने स्वागत अभिनन्दन किया गया । दोपहर को चंदन बाला महिला मंडल की बहनों ने सामूहिक महामंत्र नवकार का साध्वी मंडल के सानिध्य जाप किया।