कांग्रेस की 751 करोड़ रुपए की संपत्तियों को कुर्क किया जाएगा तो राहुल प्रियंका, पीएम मोदी को गालियां ही देंगे।
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बहुचर्चित नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने 751 करोड़ रुपए की संपत्तियों को कुर्क कर दिया है। ये संपत्तियां दिल्ली में नेशनल हेराल्ड, लखनऊ में नेहरू भवन और मुंबई में भी नेशनल हेराल्ड का दफ्तर है। आरोप है कि अवैध कमाई से इन संपत्तियों को अर्जित किया गया है। इन संपत्तियों से लाखों रुपए का किराया भी वसूला जा रहा था। यह पूरा मामला अदालत में चल रहा है और श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी आदि कांग्रेस के नेता जमानत पर है। 751 करोड़ रुपए की राशि बहुत बड़ी होती है। इतनी राशि की संपत्तियां यदि कुर्क होगी तो संपत्तियों के मालिकों को गुस्सा तो आएगा ही। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लगातार पीएम मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणियां कर रहे हैं। राहुल प्रियंका को लगता है कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई की कार्यवाहियां मोदी के इशारे पर हो रही है। जबकि जांच एजेंसियों ने अपनी जांच में पाया है कि कांग्रेस के नेताओं ने संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए वित्तीय अनियमितताएं की है। वित्तीय अनियमितताओं पर जवाब देने के बजाए राहुल प्रियंका सीधे पीएम मोदी पर हमला करते हैं। जब जब 751 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क कर लिया गया है, तब राहुल प्रियंका मोदी को गलियां ही देंगे। इस कुर्की की कार्यवाही के बाद गलियों में और तीखापन देखने को मिलेगा। 2014 तक देश में गांधी परिवार की तूती बोलती थी जो सुरक्षा प्रधानमंत्री के लिए बनाई गई वो सुरक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, रॉबर्ट वाड्रा तक को दे दी गई। देश में प्रधानमंत्री से ज्यादा तवज्जो गांधी परिवार को मिली। राहुल गांधी ने तो डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का प्रस्ताव प्रेस कॉन्फ्रेंस में फाड़ कर फेंक दिया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि राहुल गांधी के सामने देश की सरकार की क्या स्थिति और सोनिया गांधी से जुड़ी कंपनियों की संपत्तियां खुलेआम कुर्क हो रही है। इस कुर्की के बाद राहुल और प्रियंका का गुस्सा और देखने को मिलेगा। विधानसभा चुनाव के प्रचार में भी दोनों नेताओं का गुस्सा देखने को मिलेगा। चूंकि पीएम मोदी पर सीधे तौर पर कोई आरोप नहीं है, इसलिए गांधी परिवार अडाणी समूह की आड़ में मोदी पर हमला करता है। यह बात अलग है कि कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी अडानी समूह को अपने कारोबार के लिए अनेक रियासतें मिली हुई है, लेकिन राहुल प्रियंका अपने मुख्यमंत्रियों पर कोई टिप्पणी करने के बजाए मोदी को ही कटघरे में खड़ा करते हैं।