गुरु कृपा से मनुष्य का जीवन उन्नति की अग्रसर होता हैं। सहजानन्द महाराज
गंगापुर
(रिपोर्टर दिनेश लक्षकार)
अखंड सहजानंद आश्रम के तत्वाधान सुखवाल भवन भीलवाड़ा में आयोजित राम कथा के सप्तम दिवस में बरखेड़ी संत शिरोमणि प्रकाशाननद जी महाराज ने बताया की रामकृष्ण परमहंस ने अपने जीवन का फल स्वरूप एक शिष्य विवेकानंद को तैयार किया है।
उसी प्रकार विस्वामित्र ने राम को अपने सानिध्य में रखकर राजा राम बना दिया है गुरु की कृपा से सीता से विवाह हुआ।
भगवान राम को आयुध प्रदान किया।
संत के सामने तो भगवान भी नतमस्तक होते है। संत की महिमा का कोई पार नही है।
इसलिए संतो,योगी,महात्माओं से जुड़े ताकि भारत में विवेकानंद जैसे और महान शिष्यों का जन्म हो सके।।
कथा के दोरान गुरुदेव ने बताया की मेरे छोटे वरदहस्त भाई कठिया बाबा हनुमान टेकरी वाले भीलवाड़ा द्वारा बागेश्वर धाम के महंत श्री धीरेन्द्र शास्त्री की ऐतिहासिक कथा भीलवाड़ा में कराने का संकल्प किया है। बहुत जल्द भीलवाड़ा में कथा होने वाली है।
धीरेंद्र शास्त्री भारत के इतिहास में सनातन धर्म को बढ़ाने में विशेष सहयोग दिया है। ये गुरु और संत की कृपा का आशीर्वाद है । तभी जाकर एक बालक पूरे विश्व में अपने धर्म का परचम लहरा रहा है।
अतः हमेशा संत,महात्माओं का आशीर्वाद प्राप्त करते रहे।
नियमित भजन करते रहे तभी सभी का कल्याण होगा।।संत श्री ने कई रोचक ,मनोहक ज्ञान पूर्ण उपदेश दिया।
कथा में हनुमान टेकरी के मंहत श्री 108 बनवारी शरण महाराज ,बरखेड़ी से शिवानंद महाराज की सादर उपस्तिथि रही संत रामचंद्र बापूजी एवम साथ में कथा में सहजानंद परिवार से पंडित विनोद कुमार शर्मा ,पंडित नंदलाल शर्मा,पन्नालाल कुमावत, कैलाश गागरामी,ठाकुर लाल कोली,शिवनारायण इनानी उपस्थित थे।