पदमिनी(पुत्रवधु) की 24 घंटे में गिरफ्तारी की मांग को लेकर हजारों लोगों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे धाकड़,
पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
भीलवाड़ा
पूर्व जिला प्रमुख कन्हैयालाल धाकड़ ने अपनी पुत्रवधु पदमिनी व उसके सहयोगियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
धाकड़ का आरोप है कि उनकी बहू ने हीअपने सहयोगियों के साथ षड्यंत्र रचकर उनके इकलौते बेटे और पूर्व विधायक विवेक धाकड़ को आत्म हत्या करने के लिए मजबूर किया है। गुरुवार को तपती दोपहरी में कन्हैयालाल धाकड़ के नेतृत्व में मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया।
मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र की आमजनता की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक को दिये ज्ञापन में आरोप लगाया कि स्व. विवेक धाकड़ की पत्नी पद्मिनी को विवेक की समाज सेवा व राजनीति में सक्रियता कतई पसंद नहीं थी। इस कारण वह हर समय विवेक को प्रताडित और परेशान करती रहती थी।इतना ही नहीं हम में से भी जब कभी कोई व्यक्ति विवेक से मिलने उनके भीलवाड़ा निवास पर जाते तब उनके सामने भी सरे आम पद्मिनी विवेक को अपमानित करती थी और उनकी छवि, प्रतिष्ठा को धूमिल करती रहती थी। विवेक इस सबके बावजूद इग्नोर करते हुए यह सोच कर अपने समाज सेवा और राजनीति के : काम में लगे रहते थे कि समय के साथ सब ठीक हो जायेगा। किन्तु ऐसा हुआ नहीं और समय के साथ-साथ पद्मिनी का व्यवहार विवेक के साथ और अधिक प्रताडना और परेशान करने वाला होने लगा। विवेक को अत्यंत मानसिक पीड़ा पहुंचाने और तनाव में लाने के लिये आये दिन रूखे व्यवहार के साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। दरअसल समाज सेवा और राजनीति से विवेक को दूर रहने के लिये क्रूरता की हद तक जाकर प्रताडित करना तो एक माध्यम और बहाना था। ऐसा करने का पदिमनी का एकमात्र मकसद विवेक और उनके पिता कन्हैया लाल धाकड़ की जायदाद पर कब्जा करना रहा, जो विवेक के जीवित रहते संभव नहीं था।,विवेक ने सोसाईड नॉट में भी संपत्ति को पिता के हवाले करने का जिक्र किया था। आरोप लगाया गया है कि पदिमनी ने विवेक को अपनी जिन्दगी से हटाने के लिए भीलवाड़ा से बाहर रहने वाली अपनी बहिनों व अन्य से घण्टो घण्टो मोबाईल पर बात कर उनके बताये अनुसार विवेक को आत्म हत्या के लिये मजबूर करने का षड्यंत्र रचा। पदिमनी
का सोचना था कि विवेक की मौत के बाद उनकी सारी जायदाद और राजनीतिक विरासत उनकी हो जायेगी और ससुर कन्हैया लाल धाकड़ की उम्र अधिक हो जाने से वे अधिक नहीं जियेंगे और वह सब पाने में कामयाब हो जायेगी, जिसके लिये वे लम्बे समय से प्रयास कर रही थी। ज्ञापन में बताया गया है कि ये सभी बातें विवेक कई बार अपने क्षेत्र के दौरे के दौरान अंतरंग बातचीत में बताते रहते थे। लेकिन चुनाव सामने होने के कारण वे कोई राजनीतिक नुकसान न हो जाये, इसलिए शांति के साथ सहन कर रहे थे। अंततः पत्नी द्वारा दी जा रही निरंतर प्रताडना, अपमानजन व्यवहार के कारण विवेक आत्महत्या को मजबूर हो गये। आमजनता की ओर से दिये गये ज्ञापन में आरोप लगाया कि विवेक धाकड़ को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के जिम्मेदार उनकी पत्नी पदमिनी है पदमिनी, उनकी बहनों,सहयोगियों के कॉल रेकार्ड और वाट्सएप चेट की जांच कराई जाये, ताकि स्थिति साफ हो सके। ज्ञापन में मांग की गई है कि इस मामले में पदमिनी व उसके सहयोगियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर 24 घंटे में उन्हें गिरफ्तार किया जाये।