*1 जुलाई से बाल श्रम प्रतिषेध को लेकर जिले में संयुक्त रूप से चलेगा सघन अभियान*
*दोषी नियोजको के विरूद्ध होगी सख्त कार्यवाही*
*जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में बाल श्रम प्रतिषेध एवं उन्मूलन के संबध में बैठक का हुआ आयोजन*
✍️ *मोनू नामदेव।द वॉयस ऑफ राजस्थान 9530303019*
भीलवाड़ा, 22 जून। जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में शनिवार को बाल श्रम प्रतिषेध एवं उन्मूलन हेतु विशेष अभियान “उमंग–3” के सफल क्रियान्विती हेतु बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में अति० जिला कलक्टर वन्दना खोरवाल, उप श्रम आयुक्त सुनील कुमार यादव, श्रम निरीक्षक श्रीमती मधुबाला जाट, आशीष कुमार, मेवाड चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि, सिन्थेटिक विविंग मिल्स के प्रतिनिधि, लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधि एवं अन्य लगभग 50 से अधिक प्रमुख औद्योगिक संस्थानो के प्रतिनिधि/संघो के प्रतिनिधि इत्यादि उपस्थित रहें।
*समस्त संस्थान स्वतः संवेदनशीलता दिखाते हुए बाल श्रम से हो मुक्त*
जिला कलक्टर मेहता ने बैठक में जिले में स्थित समस्त औद्योगिक संस्थानो, ईंट भट्टो, होटल, ढाबो, वाणिज्यक संस्थानो में बाल श्रम प्रतिषेध हेतु अपील की व उद्योग प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श किया गया। साथ ही समस्त संस्थानो को 30 जून 2024 तक स्वतः संवेदनशीलता दिखाते हुए उनके एवं आस-पास के क्षेत्रो को बाल श्रम से मुक्त करवाया जाने के निर्देश दिए गए।
इस संबंध में जिला कलक्टर द्वारा उपश्रम आयुक्त सुनील कुमार को माह जुलाई में बाल श्रम प्रतिषेध को लेकर जिले में संयुक्त रूप से सघन अभियान चलाये जाने एवं अभियान के दौरान पाये जाने वाले दोषी नियोजको के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही किये जाने के निर्देश प्रदान किये गये।