नगर विकास न्यास में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कसा शिकंजा,
कई आकाओं की नपेगी गिरेबान
भीलवाड़ा
भीलवाड़ा नगर विकास न्यास में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रविवार अवकाश के दिन धमाका करते हुए फर्जी पट्टे देने और करोड़ों रुपए के मुआवजे देने के मामले में फर्जीवाड़ा करने की शिकायत की जांच शुरू की है, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई से न्यास के अधिकारियों और कार्मिकों में खलबली मच गई है और कईयों पसीने छूट गए हैं तो कई भूमिगत हो गए हैं।
भीलवाड़ा न्यास में लंबे समय से जमीनों के फर्जी पट्टे बनाकर देने और मुआवजे के नाम पर करोड़ों रुपए की राशि का खेल, खेल कर सरकार को चपत लगाने, पिछले कुछ दिनों से सामाजिक संगठनों और शहर के जागरूक नागरिकों तथा आरटीआई कार्यकर्ताओं द्वारा राजस्थान सरकार प्रशासन निरोधक ब्यूरो सीबीआई को लगातार शिकायत की जा रही थी
इस पर रविवार को अजमेर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद मीणा के नेतृत्व में ब्यूरो के जयपुर मुख्यालय के निर्देशन में भीलवाड़ा नगर विकास न्यास में फर्जी पट्टा और
मुआवजा को लेकर जो भ्रष्टाचार का खेल खेला गया उसको लेकर जांच पड़ताल शुरू की है।
सूत्रो के मुताबिक करीब 3000 से अधिक फाइलें मुआवजा व फर्जी पट्टो की बताई जा रही है जिन में फर्जीवाड़ा हुआ है। इनमें यूआईटी के कई अधिकारी और कर्मचारी रडार पर हैं। अवकाश के दिन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की इस कार्रवाई से नगर विकास न्यास के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई है और अधिकांश भूमिगत हो गए हैं। मुआवजे के खेल में दो प्रमुख भूमि कारोबारी की भूमिका बहुत बड़ी है जो कार्मिकों से लेकर अधिकारियों तक सांठ गांठ करके इस खेल को खेला है।
मुख्यालय स्तर पर हो रही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की इस कार्रवाई मैं कई परतें खुलेगी और कई अधिकारियों और कर्मचारियों के गिरेबान नपेंगे।
विश्वस्त सूत्रो के अनुसार इस प्रकरण में बहुत जल्दी ही सीबीआई भी अपनी कार्रवाई करेगी जिसमें कई बड़े-बड़े, आकाओं पर गाज गिर सकती है ।