जलदाय विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं लोग।
रायला रायला कस्बे के विभिन्न स्थानों पर जलदाय विभाग के द्वारा पानी की आपूर्ति पिछले 1 साल से अस्त व्यस्त हो रही है। ग्राम वासियों की पीड़ा जानते हुए भी जलदाय विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
जल जीवन मिशन योजना के तहत रायला 383.04 लाख रुपए खर्च किए जाए जाने के बाद अब तक कई इलाकों में पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
कई जगहों पर जैसे रेगर खेड़ा, जनता कॉलोनी, चौथ माता के पास बागरिया कॉलोनी के वाशिंदे पानी के लिए तरसते हैं।
सरकार से जय कालका कंस्ट्रक्शन कंपनी बीकानेर को ठेका दिए जाने के बाद दिनांक 19 सितंबर 2021 से कार्य प्रारंभ कर 18/ 6/ 2022 तक की अवधि तक कार्य पूर्ण किया जाने का ठेका दिया गया।
समय रहते जय कालका कंस्ट्रक्शन कंपनी बीकानेर के द्वारा कार्य पूर्ण नहीं किया गया।
ठेकेदारों अधिकारियों की मिला भक्ति से कार्य के समय में वृद्धि कर दी गई फिर भी आज तक लोगों के घरों में पानी नहीं पहुंचा है।
कई जगहों पर सी सी रोड़ सही किया जाना था। उस जगह पर सीसी रोड नहीं बना कर ऐसे ही छोड़ दिया गया । वाटर वर्क्स की बाउंड्री टूटी हुई छोड़ दी। बजट को भी समाप्त कर दिया है। ठेकेदार और अधिकारियों की लापरवाही से बापू नगर चौराहा पर पाइपलाइन ही नहीं डाली तो पानी पहुंचने का तो सपना ही है।
पहले बहाना यह बनाया जा रहा था कि रेलवे से एनओसी उपलब्ध नहीं हुई है। 3 माह पूर्व ही रेलवे ने लाइनें खोदने की एनओसी जारी कर दी, उसके बाद भी अब तक पाइपलाइन खोदने की कार्यवाही नहीं की गई है। अधिकारी और ठेकादार मिलकर सरकार से समय बढ़ाते जा रहे हैं।
अधीक्षण अभियंता शाहपुरा सीता सिंह मीणा ने बताया कि तकनीकी कारणों से काम में देरी हो जाती है देरी होने पर ठेकेदार को पेनल्टी भरनी पड़ती है पेनल्टी भरने पर कार्य समय बढ़ा दिया जाता है।
विभागीय नियम का पूर्ण रूप से हमारे संवाददाता के सामने खुलासा तो नहीं किया है लेकिन इतनी बात जरूर सामने आ रही है कि जनता की समस्या का समाधान जल्द से जल्द करा दिया जाएगा।