*चौथे दिन भी जारी रहा धरना प्रदर्शन*
*खुले बाजार*
*व्यवसाईयों ने काली पट्टी कर जताया विरोध*
*15 नामजद व 5 दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज*
*वाहन रैली निकाली, दिया ज्ञापन*
*पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग*
✍️ *मोनू सुरेश छीपा।द वॉइस आफ राजस्थान*
शाहपुरा- नवसृजित जिले में गुलाबपुरा, हुरड़ा को शामिल करने की मांग को लेकर चार दिनों से चल रहे आंदोलन के तहत शाहपुरा संघर्ष समिति के लोग उपखण्ड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे।
तीन दिनों से बंद शाहपुरा की जनता की परेशानी को देखते हुए व्यवसाइयों ने अपने प्रतिष्ठान खोले लेकिन सभी व्यवसायियों ने हाथों पर काली पट्टी बांधते हुए विरोध जारी रखा।
*15 नामजद व 5 दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज:-* शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक रितेश कुमार ने मंगलवार को शाहपुरा थाने में 15 नामजद लोगों तथा 60 अज्ञात लोगों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया।
*पुलिस अधिकारियों को निलंबित करवाने की मांग* शाहपुरा संघर्ष समिति के तत्वाधान में शाहपुरावासियों ने नगर के मुख्य मार्गो से वाहन रैली निकाल कर जिलाधीश कार्यालय पहुंचे। शाहपुरा जिलावासियों की ओर जिलाधीश डॉ मंजू को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देते हुए लोगों ने जिलाधीश से शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक रितेश कुमार, थानाधिकारी कल्पना राठौड़ को निलंबित करने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि नवसृजित जिले के सीमांकन दुरुस्त करवाने की मांग को लेकर शाहपुरा संघर्ष समिति के तत्वाधान में सैंकड़ों क्षेत्रवासी सोमवार को शाहपुरा स्थापना समारोह स्थल के बाहर शांती पूर्ण ढंग से धरने पर बैठते हुए प्रदर्शन कर रहे थे। दोनों अधिकारियों ने बिना कारण पुलिस से प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज करवा दिया। पुलिस ने सैंकड़ो युवाओं, बुजुर्गो सहित बच्चों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज कर लहु लुहान करदिया। एक दर्जन से भी ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए। किसी का पैर, किसी का हाथ, किसी के नाक की हड्डी तक टूट गई। पुलिस के इस बर्बरतापूर्वक व्यवहार से आमजन में रोष व्याप्त है।
ज्ञापन के अंत में कलक्टर से पुलिस अधिकारियों पर कार्यवाही करते हुए उन्हें निलिम्बित करने निर्दोष प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध पुलिस द्वारा करवाये गए मुकदमे वापस लेने की मांग की गई।