*”तिरंगा यात्रा” में भी “सुध” नहीं ली “लव गार्डन के तिरंगे” की…*
*- सुशील चौहान-*
भीलवाड़ा। *जोरदार* और *शोर दार* तिरंगा यात्रा का शुभारंभ जिला प्रशासन ने राज्य सरकार के आदेश से कर दिया। लेकिन नगर विकास न्यास जहां *वे खुद सरकार* है। उनके लव गार्डन से तिरंगा अभी भी ग़ायब है । आश्चर्य तो इस बात का है कि न्यास के *चेयरमैन कलक्टर साब* और *सचिव साब* दोनों ही *आईएएस अधिकारी* फिर भी तिरंगे को लेकर इतनी *उदासीनता* बरती जा रही है। जो आमजन के समझ से बाहर है।
भारत और राज्य सरकार ने *हर घर तिरंगा* अभियान शुरू किया हैं। देश की आजादी का जश्न मनाने के लिए। लेकिन *जिला हाकम* का घर ही इस अभियान से अछूता हैं । हाकम का घर का मतलब यानी नगर विकास न्यास व उसके अधीन लव गार्डन। न्यास जिसके जिला हाकम खुद *प्रशासक* हैं। हाकम साब ने बड़े जोर-शोर से अपने कलक्टेट के सभागार में हाथों में अपने अधीनस्थों के साथ *तिरंगे को थाम* हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत कर सभी से इस अभियान का *भागीदार* बनने की अपील की। अफसोस हाकम साब को लव गार्डन यानी नेहरू उद्यान का गायब तिरंगा याद नहीं आया। जो पिछले एक माह से लव गार्डन में दिखाई नहीं दे रहा हैं। इसके बारे में मैंने अपने कालम में *12 जुलाई 2024 को “लव गार्डन में तिरंगा नहीं, न्यास में फाइलें नहीं” शीर्षक से समाचार लिखा था*।
आज पूरा एक महीना हो गया फिर भी दोनों आला अफसरों ने सुध तक नहीं ली। जबकि हर घर तिरंगा अभियान के लिए सूरत से तिरंगा मंगवाया जा रहा हैं ताकि आजादी की सालगिरह पर सब जगह तिरंगा दिखाई दे। मगर न्यास की आलमारी में बंद तिरंगे को निकाल लव गार्डन में लहराने की न्यास के सचिव साब ने जेहमत तक नहीं उठाई। जबकि रविवार को पुलिस लाइन से तिरंगा वाहन रैली निकाली गई। जो। विभिन्न मार्गों से गुजरी लेकिन लव गार्डन की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। लाखों रुपए खर्च कर यहां पोल व तिरंगा लगाया। लेकिन इसकी ओर न्यास के अधिकारी हमेशा ही लापरवाह रहे। देश की आन-बान-शान माने जाने वाला लव गार्डन का तिरंगा कभी फट गया तो कई बार उतर गया। कभी इसके ऊपर की लाइट बंद हो गई। यानी न्यास प्रशासन के अधिकारियों का यह तिरंगा उपेक्षा का पात्र ही रहा।
तीन दिन बाद देश की आजादी की *सालगिरह* हैं । क्या यहां का तिरंगा उस दिन से पहले लहराएंगा।
इस सम्बन्ध में *न्यास सचिव ललित गोयल* से मोबाइल पर लव गार्डन से गायब तिरंगे की बात की तो उन्होंने *विश्वास* के साथ कहा कि एक दो दिन में लव गार्डन में फिर शान से लहराएगा तिरंगा।
तिरंगे को लेकर न्यास के साथ यही कहावत चरितार्थ हो रही कि *घर का पूत कुंवारा डोले पाडोसी का फेरा* यानी पूरे शहर में हर घर तिरंगा का *राग* और लव गार्डन के तिरंगे से *परहेज़*।
– *स्वतंत्र पत्रकार*
– *पूर्व उप सम्पादक, राजस्थान पत्रिका, भीलवाड़ा*
– *वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रेस क्लब, भीलवाड़ा*
– *sushil chouhan [email protected]*
तिरंगा यात्रा” में भी “सुध” नहीं ली “लव गार्डन के तिरंगे”
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